इससे पहले बड़े भाई को वर्ष 2016 में तलाश करके किया जा चुका है परिजनों के हवाले
फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के मार्गदर्शन के तहत कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर नवीन के नेतृत्व में एएसआई कृष्ण श्रीमती अनीता मलिक, जिला बाल संरक्षण इकाई से श्रीमती अपर्णा व उनकी टीम ने 9 साल पहले अपने परिजनों से बिछड़े बच्चे को वापिस उन तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि वर्ष 2014 में बच्चे के माता पिता का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था जिसमें बच्चे की मां सबसे बड़े एक लड़के को लेकर अपने साथ चली गई और बाकी 4, 6 और 8 वर्षीय तीन बच्चो को घर पर छोड़ गई। तीनों बच्चे अपनी मां की तलाश में इधर-उधर भटकने लगे और एक दूसरे से बिछड़ गए।
यह लड़का अब करीब 15 वर्ष का हो चुका है और छठी क्लास में पढ़ता है तथा कर्म मार्ग संस्था द्वारा ही बच्चे की देखरेख की जाती है। इसके पश्चात वर्ष 2023 में चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम आश्रम में बच्चों की काउंसलिंग कर रही थी जहां पर उन्हें इस बच्चे के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तो चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने बच्चे के परिजनों की तलाश करने की कोशिश की जिन्होंने कड़ी मशक्कत करते हुए बच्चे के पिता के बारे में पता लगाया।
अब दूसरा बच्चा भी अपने परिजनों के पास पहुंच गया है वहीं तीसरे और सबसे छोटे बच्चे की तलाश की जा रही है जिसे भी जल्द बरामद करके उनके परिजनों तक वापस पहुंचाया जाएगा। बड़ा होकर यह बच्चा ऑटोमोबाइल इंजीनियर बनना चाहता है परंतु परिजनों की आर्थिक हालत ठीक ना होने के कारण यह बच्चा अब संस्था में रहकर ही आगे पढ़ाई करना चाहता है।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन ने www.missingpersonhelpline.org के नाम से अपनी वेबसाइट और missing person helpline (mph) नामक एप बना रखी है जिसके माध्यम से यह अपनी सेवाएं पूरे देश में पहुंचा रही है।
यदि आपको कोई भी बच्चा या व्यक्ति लापता हालत में मिले तो उसकी फोटो उक्त वेबसाइट व ऐप या मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन 9169490000 पर अवश्य अपडेट करें ताकि इसकी पहचान करके उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके और उनके जीवन की खुशियां वापस लौटाई जा सके।
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