एचआइवी एड्स नियंत्रण विभाग की ओर से स्कूल, कालेज के छात्र एवं गांवों में होने वाले जागरूकता कार्यक्रमों में ग्रामीण बड़े उत्साह से हिस्सा लेते हैं, लेकिन एचआइवी एड्स जांच कराने में सभी पीछे हट जाते हैं। विभाग द्वारा कई बार शिक्षण संस्थानों में जांच शिविर लगाए गए हैं, लेकिन कोई भी युवा जांच के लिए आगे नहीं आता है।
इसके लिए शहर की जानी मानी सामाजिक संस्था मिशन जागृति आगे आई है जिसके द्वारा एचआईवी/एड्स जागरूकता कार्यक्रम नेहरू कालोनी मे आयोजित किया गया । जागरूकता कार्यक्रम में बी . के हॉस्पिटल की टीम से संगीता आई.टी.सी.टी
मोबाइल टीम से मुकेश रानी लैब टेक्नीशियन रवि और मिशन जागृति टीम से रविंद्र मलिक दिनेश राघव गीता शर्मा लता सिंगला रविंदर , शीतल ,संतोष अरोड़ा आदि मौजूद रहे और उन्होंने एचआईवी/एड्स फैलने के कारण, लक्षण, बचाव, जांच सुविधाओं तथा उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान दी।
कार्यक्रम की मुख्य संयोजक संतोष अरोड़ा ने बताया की जिला एचआइवी एड्स नियंत्रण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के युवा इस बीमारी की चपेट आते हैं। यह मुख्य कारण नशा है। नशे के लिए कई युवा नशीले इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं। कई युवाओं के बीच एक इंजेक्शन होता है और सब उसे लगाकर नशा करते हैं। इससे एचआइवी एड्स होने खतरा रहता है।
मिशन जागृति के उपाध्यक्ष दिनेश राघव ने कहा की मिशन जागृति का एक ही लक्ष्य है हर एक व्यक्ति जागरूक हो यदि इंसान जागरूक हो गया तोअधिकतर बुराई और बीमारी से खुद ही दूर हो जाएगा ।
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