फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा धोखाधड़ी व साइबर ठगी के मामलों में शामिल आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के दिशा-निर्देश तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की टीम ने देशभर में ठगी की 600 वारदातों को एनसीआर एरिया में अंजाम देने वाले गिरोह के 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दीपक उर्फ दीपू और परवेज आलम का नाम शामिल है। गिरफ्तार आरोपी दीपक उर्फ दीपू उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गांव नूनारी का तथा परवेज आलम बिहार के सीतामढ़ी जिले के गांव पताही का रहने वाला है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आजकल के आधुनिक दौर में लोगों को अपनी आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए लोन लेने की आवश्यकता पडती है। जिसके लिए लोग अलग अलग तरीके से लोन लेते है। इसी संदर्भ में कुछ लोग इस मजबूरी का गलत फायदा उठाकर लोगों से लोन देने के नाम पर धोखाधडी करते है परंतु कुछ ठग प्रवृत्ति के व्यक्ति इसका गलत फायदा उठाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसी प्रकार की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हुए एक साइबर ठग गिरोह ने धनी फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारी बनकर लोने देने के नाम शिकायतकर्ता महेश्वरी निवासी फरीदाबाद (काल्पनिक नाम) से धोखाधडी की गई। आरोपियों ने धनी फाइनेंस कम्पनी के पम्पलेट बनवाकर फरीदाबाद में बस स्टेड, रेलवे स्टेशन व अन्य मुख्य स्थानों पर लगाकर विज्ञापन किया कि धनी फाइनेंस से आधार कार्ड लोन, पर्सनल लोन, प्लॉट एग्रीमेंट लोन, मार्कशीट लोन, बिजनेस लोन आदि सस्ते ब्याज दरों प्राप्त करने के लिए दिए गए मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करे। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने पम्पलेट पर दिए गए मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया तो आरोपियान ने शिकायतकर्ता से धनी फाइनेंस कम्पनी का कर्मचारी बनकर बात की और शिकायताकर्ता से आधारकार्ड लोन की एवज में फाइल चार्ज, इंसोरेंस चार्ज व अन्य चार्ज के नाम पर कुल 26,162 रुपये की धोखाधडी की गई। शिकायतकर्ता महेश्वरी ने शिकायत थाना साइबर अपराध, एन.आई.टी. में दी। जिसपर अभियोग अंकित किया गया।
साइबर थाना एनआईटी टीम ने आरोपी परवेज को उत्तर प्रदेश के नोएडा से तथा आरोपी दिपक उर्फ दीपू को एनआईटी एरिया से धोखाधडी के मामले में 15 अप्रैल को गिरफ्तार किए गए है। दोनो आरोपियो को मामले में पूछताछ के लिए 9 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था।
पुलिस आयुक्त ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत डीसीपी मुख्यालय हेमेन्द्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमें उप निरीक्षक अर्जुन, स.उ.नि. भूपेन्द्र, मुख्य सिपाही नरवीर, सिपाही अमित और महिला सिपाही प्रीति का नाम शामिल था। साइबर थाना की टीम ने तकनीकी के माध्यम से मामले में शामिल 2 आरोपियों को एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियो से पूछताछ के दौरान 24 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पासबुक, डेबिट कार्ड व विज्ञापित पम्पलेट बरामद किए है।
Post A Comment:
0 comments: