फरीदाबाद: डिजिटल इंडिया के इस दौर में पैसे को सुरक्षित रखने के लिए इन्वेस्टमेंट का सहारा लिया जाता है जैसे गोल्ड, जमीन, HD पॉलिसी इत्यादि में इन्वेस्ट करके लेकिन अपनी मेहनत की कमाई इंश्योरेंस पॉलिसी करवाने में निवेश करता हैं ताकि आने वाले समय में उस धन का प्रयोग आवश्यकतानुसार जरूरी कार्यों में किया जा सके। वहीं दूसरी ओर कुछ शातिर किस्म के अपराधी जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में दूसरों के मेहनत की कमाई को चुटकियों में चट कर जाते हैं।
आज कल अपराधीक लोगो ठगने के लिए साइबर फ्रॉड करने का इस्तेमाल करते हुए ठीक इसी प्रकार से फरीदाबाद में रहने वाले अखिलेश प्रशवाल की पॉलिसी को रीन्यू के नाम पर 48,000/- रुपए का झांसा देकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था।
मामले में कार्रवाई करते हुए इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले साइबर ठगों का पर्दाफाश करते हुए फरीदाबाद साइबर थाना की टीम ने गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वरुण, अजय कुमार,अर्जुन सिंह,विजय, सुमित और अभिषेक का नाम शामिल है। सभी आरोपी मूल रुप से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले है। जो अभी दिल्ली एनसीआर के रहने वाले है।
इस मामले में गिरोह का तीन आरोपी वरुण, अजय कुमार,अर्जुन सिंह को नोएडा से, आरोपी अभिषेक को अशोक नगर दिल्ली से, विजय को नोएडा सेक्टर-63 से तथा सुमित को गाजियाबाद से साइबर फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं। आरोपी वरुण, अजय कुमार,अर्जुन सिंह और सुमित पहले चार-पांच साल से कॉल सेंटर पर काम करते थे। जिन्हों ने करीब पिछले 2 साल से पैसे कमाने के लालच में आकर फर्जी कॉल सेंटर खोलकर काम करते थे। आरोपियो ने करीब 100-150 वारदतो को अंजाम दे रखा है। आरोपी विजय का रिटेलर का काम है। जिसके स्विफ्ट मनी प्राइवेट लिमिटेड के अकाउंट है। जो पैसे एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में कमीशन लेकर पैसे ट्रांसफर करता है। आरोपी सुमित पैसे निकालने के लिए विजय के पास आता है और 10 प्रतिशत कमीशन पर पैसे लेकर जाता है। बाकी का पैसा अन्य आरोपी बांट लेते है।
आरोपी पॉलिसी धारकों की जानकारी का प्रयोग करते हुए उनके पास फोन करते तथा इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल कराने व उस पर कैशबैक दिलाने या जिन पॉलिसी की किस्त बकाया रहती थी उनको दोबारा से चालू करवाने के लिए उनपर लगे एजेंट कोड को हटाने के नाम पर धोखाधड़ी से अपने फर्जी बैंक खातों में उनसे पैसे डलवा लेते हैं।
पीड़ित की शिकायत पर थाना साइबर अपराध फरीदाबाद में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गई।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द आरोपियो की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत कार्रवाई करते हुए थाना साइबर अपराध प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन कुमार की अगुवाई में टीम का गठन किया गया जिसमें पी.एस.आई. विकास , पी.एस.आई. प्रवीन , सहायक उप निरीक्षक अनूप सिंह , सहायक उप निरीक्षक दीपक , मुख्य सिपाही भूपेंदर , मुख्य सिपाही नवेद , सिपाही आज़ाद , सिपाही सागर व महिला सिपाही मनीषा का नाम शामिल था।
जिन्होंने साइबर तकनीक की सहायता से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें आरोपी वरुण, अजय कुमार,अर्जुन सिंह, सुमित और अभिषेक को 20 अप्रैल को गिरफ्तार कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। तथा आरोपी विजय को पूछताछ के दौरान 23 अप्रैल को गिरफ्तार कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त 8 मोबाइल फोन, 4 सिम कार्ड तथा 24,200 हजार रुपए बरामद किए गए है। आरोपी वरुण पहले भी के फ्रॉड कॉल सेंटर के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। आरोपियो ने विजय से करीब 30-35 लाख रुपए ट्रांसफर कराए है।
पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेजा गया है। इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों की पुलिस टीम तलाश जारी है जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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