आज के इस कार्यक्रम में जिला फरीदाबाद, पलवल व मेवात जिले के कर्मचारियों ने शहर में रोष प्रदर्शन के माध्यम से जुलूस निकालते हुए मंडल कमिश्नर कार्यालय पहुँच कर कमिश्नर महोदय की अनुपस्थिति में कार्यालय के सुप्रिडेंट संजय जैन को अपना ज्ञापन सौंपने पहुंचे ।
इस अवसर पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव श्री सुनील खटाना ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व सरकार ने कर्मचारी वर्ग से जो वादे किए थे ।
आज सरकार उनके विपरीत काम कर रही है जैसे कि सरकार ने कहा था कि जिस दिन हम सत्ता में आएंगे पहली कलम से प्रदेश के सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे आज पक्का करना तो दूर की बात कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाकर एक ठेकेदार से निकालकर सरकार स्वयं ठेकेदारी करने का काम कर रही है जिससे भविष्य में स्थाई रोजगार समाप्त हो जाएगा साथ ही बुढापे का सहारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए आज पूरे प्रदेश का ही नहीं लगभग पूरे देश का कर्मचारी सड़कों पर संघर्ष कर रहा है बात करें पूर्णतः कैशलैस मेडिकल स्कीम की तो अभी तक लागू नहीं हो पाई है।
पुरानी एक्स ग्रेशिया पॉलिसी के स्थान पर नई एक्स ग्रेशिया में अनुकंपा कम शर्ते ज्यादा लगा दी गई है आज चारों तरफ निजीकरण का बोलबाला है सरकार बिजली पानी शिक्षा स्वास्थ्य परिवहन जैसे विभागो का निजीकरण कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने का काम कर रही है जिसका हरियाणा कर्मचारी महासंघ पुरजोर विरोध करता है ।
आज कमिश्नरी के अंतिम चरण का कार्यक्रम था । सरकार समय रहते इस पर संज्ञान ले व कर्मचारियों की मांगों को लागू करें । अन्यथा आगामी कार्यक्रमों में 09 अप्रैल 2023 को जिला अंबाला में प्रदेश के कर्मचारियों की राज्य स्तरीय कन्वेंशन रखी है । इससे पहले सरकार अगर कर्मचारियों की मांगों पर गौर नहीं करती तो आने वाले समय में आर पार के संघर्ष की घोषणा की जाएगी ।
सरकार के खिलाफ आज कर्मचारी वर्ग में भारी रोष है । इस अवसर पर मुख्य रूप से निम्न वक्ताओं ने अपने विचार रखे । मनोज सेहरावत, एचएसईबी के महासचिव यशपाल देशवाल, जिलेसिंह भड़ाना, बलजीत सिंह तेवतिया, राजेश ठाकरान, अनिल पहल, सत्यप्रकाश, बजरंगलाल जांगड़ा आदि प्रदेशस्तरीय कर्मचारी नेता इस विरोध प्रदर्शन एवम ज्ञापन देने के कार्यक्रम पर तमाम कर्मचारियों के साथ मौजूद रहे ।
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