उन्होंने बताया कि भूमि का स्वास्थ सुधारने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना हर खेत स्वस्थ खेत के अंतर्गत किसान के हरेक खेत की मिट्टïी की जांच का लक्ष्य निर्धारित किया है। मृदा नमूने लेकर किसानों को मृदा जांच रिपोर्ट कार्ड प्रदान किया जाएगा।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल द्वारा चरण-1 एवं चरण-2 में जिले के चार खंडों में से 57 हजार 592 मृदा नमूने एकत्र कर मृदा परीक्षण प्रयोगशाला पलवल में जमा करवा दिए गए है। वर्ष 2023-24 में चरण-3 में जिले के चारों खंडों के लंबित मृदा नमूने लेने का कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए विभाग ने कर्मचारियों तथा किसान सहायकों को इस कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दे दिया है।
उपनिदेशक डा. पवन कुमार शर्मा ने किसानों से भी आह्वïान किया है कि वे विभाग से जुड़े कर्मचारियों तथा किसान सहायकों को अपने खेत की मिट्टïी की जांच के लिए मृदा नमूने एकत्र करने में सहायता प्रदान करें। मृदा स्वास्थ कार्ड बनाने के कार्य के लिए किसान की मिट्टïी के साथ-साथ उसका मोबाईल नंबर और आधार कार्ड अनिवार्य है।
इसलिए किसान सहायकों द्वारा मांगे जाने पर अपना मोबाईल नंबर और आधार कार्ड देने से मना न करें। मृदा स्वास्थ कार्ड की अनुशंसा के अनुसार ही किसान अपने खेतों में संतुलित मात्रा में खाद का प्रयोग करेंगे। इससे अनियंत्रित तरीके से ख्ेातों में फसल को खाद देने की प्रक्रिया पर रोक लगेगी।
डा. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि खेत में जिस पोषक तत्व की कमी है, केवल उसी तत्व की सही मात्रा में प्रतिपूर्ति की जा सकेगी। किसान सहायक खेत में जाकर विभाग की ऐप द्वारा मिट्टïी के नमूने लेंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हरियाणा की इस योजना से क्षारीय तथा लवणीय मिट्टïी के उपचार से किसानों की आय को दोगुना करना तथा खर्च कम करने में सहायता मिलेगी। मिट्टïी की उपजाऊ शक्ति की जांच के बाद किसानों के पास एस.एम.एस. के माध्यम से कृषि संबंधी जानकारियां दी जाएगी।
Post A Comment:
0 comments: