इस मौके पर सहायक मंडल मंत्री, बीकानेर मंडल देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि रेलवे बोर्ड की नीति रनिंग स्टाफ के खिलाफ होती जा रही है और नित नए आदेश जारी किए जा रहे हैं। इससे रनिंग स्टाफ निरंतर तनाव में रहते है और सिग्नल ओवरशूट का भय बना रहता है।
ऐसा होने पर कर्मचारी को दंड देकर इंटर डिवीजन ट्रांसफर कर दिया जाता है। सीएमएस पर बर्थ एनालाइजर किया जाता है उसके फेल होने पर रेलवे डॉक्टर द्वारा खून की जांच की जाती है, पर दंड सीएमएस की रिपोर्ट के आधार पर दिया जाता है क्योंकि कर्मचारियों को मुख्यालय पर 16 जमा 2 घंटे का रेस्ट और बाहरी मुख्यालय पर 8 जमा 2 का रेस्ट नहीं दिया जा रहा है और मेल-पैसेंजर का रोस्टर भी 9 से 10 घंटे व मालगाड़ी में 10 से 15 घंटे की ड्यूटी आम बात हो गई है।
उन्होंने कहा कि गाड़ी प्रबंधक-लोको पायलट के ग्रेड पे 2800-4200 है, जबकि विभिन्न कैटेगोरियो के ग्रेड पे 4200-4600-4800-5400 है। हम रेलवे बोर्ड से इसे सही करने की मांग करते है। ट्रेन मैनेजर की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन भी ग्रेजुएट है, बल्कि उनकी ग्रेड पे 2800-4200 ही है। उनकी ग्रेड पे को 4200-4600-4800-5400 की जाए।
देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि रनिंग स्टाफ को मिलने वाला रनिंग एलाउंस को इंकम टैक्स में कोई राहत नहीं दी जा रही, जबकि पांचवे वेतन आयोग में 10000 रुपए प्रति माह की छूट थी। इस पर तुरंत विचार कर पूरा किया जाए। रात्रि में रनिंग रूम में आने जाने पर आसामाजिक तत्व द्वारा लूटपाट की वारदाते लगातार हो रही है।
यूनियन की सभी मांगों की चर्चा करते हुए एआईआरएफ तथा एनडब्ल्युआरईयू के नेतृत्व में सभी मांगो को पूरा करवाने में विश्वास जताया।
इस मौके पर राजेश यादव, रतनलाल यादव, मनोज सोनी, ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल रेवाड़ी ब्रांच के सचिव रवि कुमार यादव, लोको पायलट जितेंद्र यादव, रमेश, तेजपाल यादव, सहायक रवि कुमार, हितेश, संदीप, वरुण कुमार, ट्रेन मैनेजर सत्यनारायण, सुभाष कंसेरा, हुकुम चांद, राजपाल, हीरालाल, सुनील कुमार, कृष्णपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह, पवन कुमार, हरीश चंद्र, धर्म सिंह बैरवा सहित लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर और अन्य रेलवे कर्मचारी एवं यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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