इस कड़ी में डीएवी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट फरीदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में किसानों, कृषि के क्षेत्र से जुड़े गणमाननीय लोगों ने व कृषि विभाग के अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया तथा महाविघालय के छात्रों को मोटे अनाज की विशेषताओं के बारे में बताया गया।
जिला के कृषि एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक पवन शर्मा छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी आहार श्रृंख्ला में रसायनों की इतनी भरभार हो गई कि लक्ष्य कमजोर होता जा रहा है और किसान गेहॅू तथा धान जैसी फसलें उगाने से किसानों को आर्थिक लाभ हो तो रहा है किन्तु वह डाक्टरों तथा हस्पतालों में जाकर अपने उत्पादन का एक हिस्सा खर्च कर देते है। आप हमारे राष्ट्र का भविष्य है और जिस विषय में आप ज्ञान अर्जित कर रहे वह सीधा हमारे स्वास्थ्य तथा रसोई से जुडा हुआ है।
यदि आप जागरूक होकर अपने परिवार तथा समाज में मोटे अन्न के उत्पादन के लिए किसानों को जागरूक करेगें तो अवश्य ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगें। इस कार्यक्रम में लगभग 250 छात्र व छात्राओं को मोटा अनाज उत्पादन के लिए शपथ दिलाई गयी और अन्त में रैली का भी आयोजन किया गया।
जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ महाविघालय के छात्र व छात्राओं और प्राध्यापकों ने भी भाग लिया। इस संस्कृति को अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।
सभी छात्र व छात्रायें जिनके परिवार में कृषि कार्य किया जाता है वो अपने परिवार के लोगों को जागरूक करें जिससे की अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकें।
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