आज भयंकर मंहगाई, बेरोजगारी, भूखमरी और आमदनी की गैर बराबरी ने मजदूरों किसानों का जीवन कठिन बना दिया है।शिक्षा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतें इनके बूते से बाहर कर दिए हैं। सभी संसाधनो को कारपोरेट के हवाले किए जा रहे हैं, जनता को गरीबी की तरफ धकेला जा रहा है।
इन जन विरोधी नीतियों को बदलवाने हेतु किसान मजदूरों के संयुक्त संघर्ष की जरूरत है, इसी के लिए ये जत्थे चलाकर 5 अप्रैल की दिल्ली रैली करके केन्द्र सरकार को ललकारा जाएगा। उन्होंने किसान सभा की ओर से मांग की है कि बेमौसमी बारिश व ओला वृष्टि से बर्बाद रबी फसल की विशेष गिरदावरी कराकर 50000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए, मण्डी में पहुंची बची हुई सरसों की खरीद एमएसपी पर की जाए।
जत्थे में सीटू के राज्य कोषाध्यक्ष कामरेड विनोद कुमार, सीटू जिला प्रधान राममेहर, सीटू नेता सुखदेव पालवास, किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, बवानी खेड़ा ब्लाक प्रधान रामोतार बलियाली ब्लाक सचिव वेद प्रकाश खेड़ी, ब्लाक कोषाध्यक्ष राजेश कुंगड़ थे। इस अवसर पर महिला नेत्री सन्तोष देशवाल, उपासना सिंह व सरोज स्योराण शामिल थे।
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