उन्होंने कहा कि मूक-बधिर के लिए बनाई गई हाई स्पीड कोकलीयर इम्प्लांट/श्रवण मशीन से दिव्यांगों को सुनने और बोलने में सुविधा होगी।
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर शनिवार को सैक्टर-12 स्थित खेल परिसर में सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सहयोग से जिला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा एलिम्को की भागीदारी के साथ दिव्यांगजनो को कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण करने के विशाल शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर उपस्थिति को संबोधित कर रहे थे।
दिव्यांग व वरिष्ठï नागरिकों को आवश्यकता अनुसार कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण करने के उद्देश्य से आयोजित किए गए इस मैगा शिविर का शुभारंभ केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किया। इस अवसर पर उनके साथ हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा उपस्थित रहे।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सभी को महाशिवरात्रि की बधाई देते हुए कहा कि भारत सरकार ने दिव्यांगजनों को स्वावलंबी बनाकर मुख्य धारा में जोडऩे का काम किया है। गत 1 अप्रैल 2017 से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ओजस्वी नेतृत्व में व्योश्री योजना के तहत 60 साल से अधिक आयु के लोगों को निशुल्क में चश्मा, व्हीलचेयर, जबड़ा सहित अन्य उपकरण देने का काम किया जा रहा है।
दिव्यांगजनों को इलेक्ट्रोनिक व्हीकल पर 40 प्रतिशत सब्सिडी भारत सरकार द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए नौकरियों में 3 से 4 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाकर उनके बैकलॉग को पूरा किया है। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी दिव्यांगजनों के आरक्षण को बढ़ाकर 2 से 5 प्रतिशत करने का कार्य किया गया है। दिव्यांगजनों के सर्विस बैकलॉग को शत प्रतिशत भरकर पूरा किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट जैसे सार्वजनिक स्थानों पर मौजूद शौचालय पर रैंप बनाकर उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य किया है। इसके अलावा मूक-बधिर युवाओं के लिए कोकलीयर इम्प्लांट देकर उन्हें जीवन की मुख्य धारा में जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद जिला में भी लगभग छ: लाख रुपए की धनराशि की लागत के कोकलीयर इम्प्लांट का सैकड़ों युवाओं को लाभ मिला है और देश के हजारों युवा इससे फायदा ले चुके हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि इंग्लैंड और जर्मन की तर्ज पर दिव्यांगजनों के लिए इलेक्ट्रोनिक व्हील चेयर और अन्य सहायक उपकरण अब देश में ही बनाए जा रहे हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की सीएसआर पहल और भारत सरकार की एडिप योजना के अंतर्गत दिव्यांगजन के लिए सहायक उपकरणों का नि:शुल्क वितरण करके दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के उद्देश्य से फरीदाबाद के सीएसआर कार्यक्रम और भारत सरकार की एडिप योजना के अन्तर्गत दिव्यांगजन के लिए सहायक उपकरणों के नि:शुल्क वितरण शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर में 464 लाभार्थीयों को चिन्हित किया गया था।
पूर्व में चिन्हित किए गए लाभार्थीयों को आज लगभग 1 करोड़ 13 लाख के 826 से अधिक सहायक उपकरणों का नि:शुल्क वितरण किया गया हैं। विशाल शिविर में आए दिव्यांगजनों को फरीदाबाद के विभिन्न स्थानों में खंडवार गत माह मई, जून व सितंबर 2022 में आयोजित किए गए परीक्षण शिविरो में चिन्हित किया गया था। दिव्यांगजनों को सशक्त, स्वावलंबी एवं समावेशी वातावरण प्रदान करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार के प्रयासों के अतिरिक्त सार्वजनिक एवं निजि क्षेत्रों में लाभ कमाने वाले कॉरपोरेट्स द्वारा सीएसआर के माध्यम से इस प्रयास को और अधिक बल मिल रहा है, जिसमें इंडियन ऑयल लिमिटेड का सहयोग सराहनीय है।
पूर्व चिन्हित 464 लाभार्थियों में से 263 को इंडियन ऑयल के सीएसआर के सहयोग से 65 लाख से अधिक की लागत के विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण नि:शुल्क वितरित किए जा रहे है, जिसमें 81 मोटोराइज्ड ट्राईसाइकिल के अलावा कान की मशीन, स्मार्ट केन, स्मार्ट फोन, छड़ी, बैसाखी कृत्रिम अंग आदि उपकरण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त दिव्यंगजनों को नि:शुल्क सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार की एडीप योजना के अंतर्गत 201 पात्र व्यक्तियों को भी सहायक उपकरण वितरित किए गए। शिविर में वितरित किए जाने वाले कुल सहायक उपकरणों में 148 मोटोराइज्ड ट्राईसाइकिल, 85 ट्राईसाइकिल, 154 बैसाखी, 32 वॉकिंग स्टीक (छड़ी), 31 एम. एस.आई.डी. किट, 74 स्मार्ट फोन, 47 रोलेटर, 84 श्रवण यंत्र (कान की मशीन), 85 स्मार्ट केन, 75 कृत्रिम अंग शामिल हैं।
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