धरने को समाप्त के अवसर पर विधायक प्रवीण डागर, 52पाल के प्रधान अरूण जेलदार,बलजीत डागर,धर्मबीर,हरजीत डागर,करण सिंह नम्बरदार, रतन सिंह सौरोत, सहित अनेक पालों के मौजिज लोग व ग्रामीण उपस्थित थे।
केन्द्री राज्य मंत्री कृष्णपाल ने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए और आस-पास के इन 80 गांवों की उन्नति व प्रगति के लिए इस हाइवे पर उतार व चढाव बहुत जरूरी था। इसलिए इस कनेक्टीविटी का लाभ आस-पास के गांवों को मिले इसलिए उनकी मांग जायज थी।
इनकी इस मांग को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल,केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने समझा और इनकी मांग पूरा किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर मंगलवार को किसानों के धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांग को केंद्र सरकार ने मान लिया है। जिसके बाद किसानों ने अपना धरना वहां से खत्म कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर गांव मंडकोला के नजदीक किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। किसानों की मांग थी कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का जो गोल चक्कर यहां पर बन रहा है वहां पर इंटरचेंज बनाया जाए ताकि उनके इलाके का विकास हो सके।
उनके इलाके की जमीन एक्सप्रेस-वे के गोल चक्कर के लिए ली गई है तो उनको इसका फायदा भी मिलना चाहिए। लगातार चले 37 दिन के धरने के बाद आखिरकार केंद्र सरकार ने किसानों की इस मांग को मान लिया और यहां पर इंटरचेंज बनाने की मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि किसानों की जो मांग थी उसको सरकार ने पूरा करने का काम किया है। जहां इंटरचेंज बन जाने से आस-पास के करीब 80 गांव को इसका लाभ होगा। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में विकास कार्य करवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
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