श्री दत्तात्रेय गुरुग्राम में यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के 56वें वार्षिक सम्मेलन यूसिकॉन-23 में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा जगत को डायलिसिस से जुड़ी तकनीकों को कम लागत व सुरक्षित बनाना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे शहरों के लोगों तक इसका लाभ से मिल सके।
राज्यपाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर विभिन्न तकनीकों के माध्यम से उपचार की विधियों में व्यापक बदलाव हुए हैं। ऐसे में लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए भारत तेजी से नवाचारों और सर्वोत्तम तकनीकों को अपना रहा है। उन्होंने कहा कि अब सर्जरी कम साइड इफेक्ट के साथ ज्यादा सटीक हो गई है।
आज भारत के हर बडे सरकारी और निजी अस्पताल में रोबोटिक सुविधा है, जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों के रोगियों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में निरन्तर सुधारीकरण की ओर अग्रसर हमारे देश के केंद्रीय बजट-2023 में, स्वास्थ्य क्षेत्र को लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 89,155 करोड रुपये आवंटित किए गए हैं।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व से आयुष्मान भारत योजना आज दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना बन गई है। इसी क्रम में हरियाणा में मेरी सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाकर चिरायु योजना (आयुष्मान भारत) की शुरूआत की है।
इससे अब एक लाख 80 हजार रुपये की वार्षिक आय सीमा वाले करीब 29 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे समाज में डॉक्टरों का एक विशेष स्थान है। वे लोगों की नजर में भगवान से कम नहीं हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान संकट में फंसे लोगों की सेवा करते हुए उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया।
हमने महामारी के दौरान कई डॉक्टरों को ड्यूटी पर खो दिया, लेकिन उन्होंने अटूट प्रतिबद्धता और समर्पण की उच्चतम भावना के साथ लोगों की सेवा करना जारी रखा।
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि आज हमारा देश यूरोलॉजिस्ट चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण में सबसे आगे हैं। राज्यपाल ने इस दौरान चिकित्सा क्षेत्र में नए अविष्कारों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ ही यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की स्मारिका का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर एम्स दिल्ली में यूरोलॉजी के पूर्व एचओडी प्रो एसएन वधवा, यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट डा. रविन्द्र सबनीस, सचिव डा. केशव मूर्ति, प्रेजिडेंट (इलेक्ट) डा. संजय कुलकर्णी, यूसिकॉन-23 के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन एवं राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के सदस्य डा. राजीव सूद सहित देशभर के यूरोलॉजी के विशेषज्ञ मौजूद रहे।
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