फरीदाबाद, 19 फरवरी। सोतई गांव में लागतार कचरा घर न बनाने के विरोध के कारण सरकार ने अब पाली गांव का रूख करते हुए, वहां कचरा घर बनाने का नीति पर कार्य कर रही है। जिसके कारण पाली गांव के लोगो में भारी आक्रोश नजर आ रहा है। रविवार को इस अहम मुद्दे को लेकर पाली गांव में सरपंच रघुवर प्रधान के नेतृत्व में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में सभी ने अपने अपने विचार रखे और सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि कचरा घर पाली गांव में बिल्कुल भी नही आने दिया जाएगा। पंचायत में आप नेता धर्मबीर भड़ाना ने शिरकत की और लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि पहले सरकार सोतई गांव में कूड़ा घर बनाने जा रही थी लेकिन वहां से पुरजोर विरोध के कारण अब नगर निगम ने पाली गांव के पहाड़ में कचरा घर बनाने जा रहा है जिसका पाली गांव एवं समस्त अरावली के नजदीक के सभी गांव इससे प्रभावित होंगे। भड़ाना ने बताया कि हम सब लोग मिलकर केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर से मिलेंगे और अपनी बात रखेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे। लेकिन, अगर सरकार जल्द अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो हम पूरी ताकत के साथ आंदोलन करेंगे और इस कचरा घर को किसी भी हालत में यहां नही बनने देंगे।
इस मौके पर सरपंच रघुवर प्रधान ने कहा कि फरीदाबाद का प्रतिदिन 850 टन कूड़ा बधवाडी में फेंका जाता है लेकिन अब बधबाड़ी प्लांट बंद होने वाला है। इस प्लांट को अब पाली गांव में बनाने की योजना है। जिससे कि आस पास के सारे गांवों में चारों तरफ बदबू फैलने की आशंका है। डंपिंग यार्ड बनने से आसपास के स्कूल, कॉलेज, मकान और पर्यावरण पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। इसलिए सरकार को यह डंपिंग यार्ड आबादी से बहुत दूर बनाना चाहिए।
पंचायत में पहुंचे लोगो ने एक मत में एक साथ पाली में Gepil कंपनी में MCF द्वारा शहर का कूड़ा डाले जाने की बात का विरोध किया। कई लोगों ने कहा MCF कि भ्र्ष्टाचार का घर है। हमे MCF की कही किसी भी बात का कोई भरोसा नही है। MCF अपना कोई भी काम ईमानदारी से नही करती। MCF की गिनती दुनियाँ के सबसे भ्रष्ट प्रशासनिक विभागो में होती है।
इस मौके पर जितेंद्र भड़ाना ने कहा कि MCF 2000 करोड़ उधार लेती है और फिर अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए रिकॉर्ड्स में आग लगवा देती है। फरीदाबाद प्रशासन पाली गाँव के लोगो को मूर्ख समझता है। प्रशासन के लिए किसी भी दुष्कर्म को करने का सबसे आसान लक्ष्य पाली गाँव और पाली गाँव के लोग हि होते है। क्रेशर जोन पाली गाँव की छाती पर खोला जाता है, बुचड़खाना पाली गाँव में खोलने की बात होती है, GEPIL कंपनी द्वारा लाया गया पूरे हरियाणा का खतरनाक वेस्ट पाली गाँव में डाला जाता हैं । 200 एकड़ का कूड़ा घर बनाने का प्रोविज़न पाली गाँव की जमीन पर किया जाता है। सरकारे हम गाँव वालो को मूर्ख समझना बंद करे। MCF और प्रशासन कूड़े का निष्पादन वार्ड लेवल पर करवाए। गाँव वालो के ज़हन में ज़हर घोलने का अगर सोचा भी तो इसका अंजाम भुक्तना पड़ेगा। सरकारे और प्रशासन हमे आंदोलन के लिए मजबूर ना करें। अरावली की तलहटी में बसे गुर्जरो से पंगा लेने की सोची भी तो सरकारे याद रखे हरियाणा और राजस्थान में सरकारे गुर्जरो ने बनाई भी है और गिराई भी है।
इस मौके पर मुख्य रूप से पाली गांव के अतर सिंह भड़ाना, रामवीर चेयरमैन, सतवीर भगत जी उर्फ बिल्लू, दयानंद भडाणा, हरेंद्र भडाणा, भारत चेयरमैन, पप्पू सरपंच, जस्सी सरपंच, वेद प्रकाश सरपंच, अनिल लोहिया, रणवीर लोहिया, वीरू सरपंच, ओम भगवान, श्यामवीर भडाणा, ओमप्रकाश भडाणा, मलखान मेंबर, जसवीर चेयरमैन, ललित भड़ाना, खडक़ सिंह, रणधीर, श्यामवीर भड़ाना, आजाद भड़ाना, मामचंद भडाणा, हेमचंद्र सरपंच, बिट्टू फौजी, कन्हैया सरपंच, भूदेव नंबरदार, विक्रम फागना, रंजीत एक्शन, सुरेश भडाणा, गोवर्धन मेंबर जगपाल मास्टर, धीरज नंबरदार, राजवीर नंबरदार, कैलाश, जीते एडवोकेट, भागेंद्र गजेंद्र, जय चंद्र पोसवाल एवं अन्य उपस्थित रहें।
Post A Comment:
0 comments: