फरीदाबाद- गाँव भाँकरी निवासी महेश फागना ने अपनी सुपुत्री भारती का विवाह आशीष सुपुत्र कँवर सिंह निवासी जुमरुदपुर दिल्ली के साथ एक रुपये की शादी कर समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया हमारे समाज में दहेज प्रथा बेटियों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद करने के रूप में शुरू हुई प्रथा को कुरूति में बदल दिया गया अब समय के साथ ऐसे विवाह संबंधों को बढ़ावा देना चाहिए। इस शादी समारोह में केन्द्रीय मन्त्री कृष्णपाल गुर्जर, चौ महेंद्र प्रताप पूर्व मन्त्री, नीरज शर्मा विधायक, ललित नागर पूर्व विधायक, अतर सिंह भाड़ना, पूर्व विधायक नागेंद्र भाड़ना पूर्व विधायक, राजेश नागर विधायक, रघुबर सरपंच खड़क सिंह ओम् भगवान अतर सिंह पूर्व मेयर, मास्टर तुरमल सिंह, ज्ञानेन्द्र फागना, हेमराज़, सतीश फागना,धन सिंह आदि गणमान्य लोगो ने वर वधू को आशीर्वाद दिया।
महेश फागना के भाई समाजसेवी सतिंदर फागना ने कहा कि हमारे समाज में शिक्षित लोग दहेज़ जैसी कुप्रथा से दूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को समझना चाहिए कि दहेज के लिए धन बचाने के बजाय उन्हें अपनी लड़कियों को शिक्षित करने के लिए खर्च करना चाहिए। माता-पिता को उन्हें वित्तीय रूप से स्वावलंबी बनाना चाहिए। दहेज मांगना या दहेज देना, दोनों ही भारत में गैर कानूनी और दंडनीय अपराध है। युवाओं को दहेज-प्रथा को समाप्त करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्हें अपने माता-पिता से यह कहना चाहिए कि वे दहेज स्वीकार नहीं करें। क्योकि, शादी आपसी संबंध होती है। एक रिश्ता अगर निःस्वार्थ बनता है तो कई पीढ़ियों तक चलता है।
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