विद्रोही ने कहा कि जब-जब अहीरवाल के लोग माजरा एम्स शिलान्यास करने की मांग उठाते है ओर इस पर दबाव बनाते है, तब-तब भाजपा सरकार एम्स शिलान्यास कब होगा, यह तो नही बताती लेकिन कोई न कोई मीडिया फोटो इवेंट करके अहीरवाल के लोगों को मूर्ख अवश्य बनाती है।
सवाल उठता है कि जब माजरा के किसान सरकार की शर्तो पर अपनी बहुमूल्य 198 एकड़ जमीन की रजिस्ट्रीयां पहले ही एम्स के नाम पर करवा चुके है, तब केन्द्र सरकार व हरियाणा सरकार के अधिकारी एम्स शिलान्यास की तारीख व सच बताने की बजाय एम्स शिलान्यास का कोई न कोई फोटो इवेंट करके लोगों को क्यों ठगते है? विद्रोही ने हरियाणा भाजपा सरकार व केन्द्र की मोदी सरकार से जानना चाहा कि उसे यह बताने में शर्म क्यों आ रही है कि एम्स शिलान्यास किस तारीख को होगा।
वहीं एम्स शिलान्यास से पहले कौन-कौनसी कानूनी औपचारिकताएं पूरी हो गई और कौनसी पूरी नही हुई है। इसका सत्य बताने से प्रदेश व केन्द्र सरकार को आपत्ति क्या है? एम्स शिलान्यास में हो रही देरी के असली कारणों को छिपाया क्यों जा रहा हैै विद्रोही ने सवाल किया कि एम्स शिलान्यास व निर्माण कार्य शुरू करने के काम को जान-बूझकर सरकार राजनीतिक कारणों से तो नही लटका रही है। इस पर भाजपा सरकार राजनीति क्यों कर रही है?
कहीं सरकार लोकसभा चुनावों के मध्यनजर तो एम्स शिलान्यास को लम्बा खींचकर चुनावों में अहीरवाल के मतदाताओं को भावनात्मक रूप से ठगकर एम्स के नाम परे वोट हडपने की तिडकमे तो नही भिडा रही है?
Post A Comment:
0 comments: