नई दिल्ली- 3 जनवरी 2023 - राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज सुबह दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित मरघट वाले बाबा हनुमान के नाम से प्रसिद्ध मंदिर में पहुँची जहां मंदिर के पुजारी महंत वैभव शर्मा ने राहुल गांधी को मंदिर का दर्शन करवाया और उन्होंने राहुल गांधी को गदा भेंट कर उनका सम्मान किया। ये मंदिर कश्मीरी गेट के पास विराजित है जहाँ हनुमान जी के दर्शन को दिल्ली के हजारों लोग प्रतिदिन आते हैं। मंदिर के बारें में बताया जाता है कि यहां भगवान हनुमान साक्षात प्रकट हुए थे। इसलिए यहाँ हमेशा भारी भीड़ लगी रहती है और मंगलवार को तो एक लाख से अधिक लोग हनुमान जी के दर्शन करने पहुँचते हैं। सुबह 4 बजे से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है।
आज राहुल गांधी की यात्रा के दौरान देखा गया कि महंत वैभव शर्मा ने मंदिर के अंदर अपने खास सेवादारों को राहुल की सुरक्षा के लिए रखा। अधिकतर सुरक्षा कर्मी मंदिर परिसर से बाहर रहे। फरीदाबाद के जेजेपी नेता प्रेमकृष्ण आर्य उर्फ़ पप्पी में महंत ने खास अहमियत देते हुए उन्हें राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए मुख्य द्वार पर तैनात किया। मंदिर में हरियाणा यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मयंक चौधरी एवं पूर्व युवा कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष रिंकू चंदीला भी मौजूद थे। इन दोनों नेताओं ने राहुल गांधी के करीब पहुँच उनसे हाय हैल्लो भी किया।
राहुल गांधी के मंदिर से जाने के बाद मयंक चौधरी उनके साथ ही यात्रा पर आगे चले गए और जाते-जाते उन्होंने कहा कि इस यात्रा के बाद देश में बड़ा बदलाव आएगा और कई राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनेगी जबकि रिंकू चंदीला ने कहा कि इस साल 10 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं और अधिकतर राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनेगी और 2024 में हरियाणा में कांग्रेस सभी लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करेगी और विधानसभा चुनावों में भाजपा की टिकट लेने वाले कम मिलेंगे और कांग्रेस की आंधी आने वाली है और कम से कम 80 सीटों पर कांग्रेस की जीत होगी। वहीं जेजेपी नेता पप्पी ने कहा कि हरियाणा में जेजेपी की सरकार बनेगी और दुष्यंत चौटाला अगले मुख्यमंत्री होंगे।
बात करें मंदिर की तो जहाँ तक हमें जानकारी मिली उसके हिसाब से इस मंदिर का इतिहास यह है कि जब भगवान हनुमान लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी का पहाड़ लेकर लंका जा रहे थे तो वह दिल्ली के इसी स्थान पर कुछ देर के लिए ठहरे थे। इस मंदिर का नाम मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर इस वजह से विख्यात हुआ, क्योंकि हनुमान जब पहाड़ लेकर जा रहे थे तो उन्होंने नीचे यमुना नदी को बहते हुए देखा और यमुना जी के किनारे कुछ देर के लिए हनुमान जी आराम करना चाहा। लेकिन जब हनुमान नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि यहां तो शमशान घाट है और उनके यहां उतरने से बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया था। यहां उस समय हनुमान की उपस्थिति ने सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की थी। साथ ही साथ जब भगवान हनुमान ने माता यमुना जी के दर्शन किये तो तब यमुना जी ने भी हनुमान जी को बोला कि आपके दर्शन करने में हर साल आया करुंगी और यहां आपका एक शक्तिशाली मंदिर होगा।
हर साल यमुना नदी का जल स्तर बढ़कर मंदिर तक आता है। निर्माण कार्य होने के बाद यमुना जी की धारा मंदिर तक नहीं आ पाई लेकिन यहां के साधुओं का कहना है कि कुछ सालों के अंतराल बाद यहां बाढ़ आती ही आती है और जब यमुना जी का हनुमान जी के दर्शन करने का मन होता है तो वह विशाल रूप लेकर मदिर में आ जाती हैं। मंदिर के सामने आज भी शमशान घाट है और जो आत्मा यहां अंतिम यात्रा में आती है उसे बाबा हनुमान जी पार लगाते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त आते हैं और अपनी बिगड़ी तकदीर को संवारने की प्रार्थना हनुमान जी से करते हैं। तड़के से रात्रि तक यहाँ जय श्री राम के नारे लगते रहते हैं। देश के तमाम बड़े नेता इस मंदिर में आते हैं। ये मंदिर बहुत ही शक्तिशाली बताया जाता है जहां हर मुराद पूरी होती है। वर्तमान समय में कड़ाके की सर्दी में इस मंदिर में जितने लोग पहुँचते हैं शायद ही किसी मंदिर में पहुँचते हों।
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