अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य बड़े स्तर पर किया गया था। इस दौरान 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को राजपत्रित अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया गया अलाईव सर्टिफिकेश भी अपलोड करना था। इसी दौरान कई स्थानों पर लापरवाही सामने आई और कई लोगों को मृत दिखा दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस तरह की अगर कोई भी दिक्कत किसी भी व्यक्ति को आती है तो वह नजदीकी सीएससी में जाकर मार्क एज एलाईव सर्टिफिकेट का आवेदन करवाएं। इसके पश्चात वह लघु सचिवालय सेक्टर-12 में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी सीएससी संचालकों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि पीपीपी के कार्य को पूरी गंभीरता के साथ करें और अगर कहीं कोई लापरवाही पाई गई तो सीएससी संचालक के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी सीएसपी संचालक अगर किसी भी नागरिक को परेशान करता है अथवा ज्यादा पैसे मांगता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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