Faridabad- एनआईटी फरीदाबाद से विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि 10 फरवरी को गुरूग्राम स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी में छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई थी ओर 2 लोग गम्भीर रूप से धायल हुए थे। इसी मामले को लेकर उनके द्धारा विधानसभा बजट सत्र मार्च 2022 में मामला ध्यानाकर्षण सूचना 63 में उठाया था जिसपर उनके द्धारा बोला था कि क्या यह पहली धटना नही है ऐसी कही धटना पहले भी हो गई है लेकिन एक बार विभाग कम्पलीशन सर्टिफिकेट जारी के करने के बाद क्या कोई ऐसा सिस्टम है की क्या उसको पुन चैक किया जाता है और फायर ब्रिगेड की एनओसी विभाग जारी कर देते है लेकिन सरकार के पास हाईराईज बिल्डिंग के लिए फायर ब्रिगेड ही नही है। विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में मांग की थी पूर्ण मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए।
इससे पहले भी विधायक नीरज शर्मा द्धारा सकार से अतारकिंत प्रश्न सख्ंया 0606 में पूछा गया था कि क्या सरकार के दमकल स्टेशनो में हाईडोलिक अग्निश्मक मशीनो की जिलेवार सख्यंा कितनी है जो 15 मजिलों से अधिक भवनों में आग के मामले में प्रयोग की जाती है जिसपर सरकार ने अपने जवाब मंेे कहा था कि पंचकुला, गुरूग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, में सिर्फ 2 हाईडोलिक प्लेटफार्म उपलब्घ है जिसका उपयोग फायर ब्रिगेड के द्धारा किया जाता है। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि उनके द्धारा कई बार सरकार के समक्ष बहुमजिंला इमारतो को लेकर चिन्ता व्यक्त की गई है लेकिन इस और सरकार ध्यान देने को तैयार नही। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि फरीदाबाद एंव गुरूग्रमा में कई ऐसे हस्पताल चल रहे है जिनके पास ना तो अक्यूपेशन सटिफिकेट है और ना ही कम्पलीशन सटिफिकेट है। विधानसभा में बार-2 उपरोक्त सटिफिकेट की काफी मांगी जाती है लेकिन सरकार देने को तैयार नही जिससे प्रतीत होता है कि सरकार भू माफियों के साथ मिलकर काम कर रही है।
10 फरवरी 2022 को हुए हादसे में मुख्यमंत्री द्धारा उपरोक्त मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए दिनांक 07 जुलाई को धोषणा की थी। उसके उपरांत भी आज लगभग 6 माह बीत जाने के बाद सीबीआई ने बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर करवाई शुरू कर दी है।
क्या था मामला-कंपलीशन के बाद बहुमंजिला इमारतों की जांच के नियम बनाए सरकार- नीरज शर्मा
-गुरुग्राम में हुए हादसे के बाद बहुमंजिला इमारतों में घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा में लिया था हिस्सा।
फरीदाबाद एनआइटी से नीरज शर्मा ने विधानसभा में उठाया था बहुमंजिला इमारतो मेे धटिया सामग्री इस्तेमाल करने का मुद्दा। विधानससभा सत्र में ध्यानाकर्षण सूचना पर बोलते हुए नीरज शर्मा ने कहा था कि एक बार जो कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी होता है क्या उसके बाद क्या सरकार के पास कोई ऐसी तकनीक है जिसमें कि सरकार यह जांच करे कि कंपलीशन के बाद अवैध निर्माण न हों। सरकार लिमिटेड फ्लोर तक की परमिशन देती है उसके पीछे बहुत बडा कारण होता है की इतने मंजिल तक की आग लगने अपातकालीन स्थिति से जुझने के लिए अग्निशामक यंत्र हैं, की नहीं हैं। फरीदाबाद गुडगांव की बडी दुर्भाग्य पूर्ण स्थिति है अभीतक हाइराईज बिल्डिगों के लिए बडी मशीने आई नहीं है क्योकि कल कोई हदसा हो जाए तो काफी तकलीफ का सामना करना पडेगा। अक्सर ऐसा भी सुनने में आता है कि बिल्डर कंपलीशन सर्टिफिकेट लेने के बाद फ्लोर बना देते हैं जिससे की दुर्घटना के काफी चांस रहते हैं। गुडगांव फरीदाबाद में धटिया समाग्री का इस्तेमाल हो रहा है इसमें अलोचना करना हमारा मकसद नही होना चाहिए समाधान निकालना भी हमारा काम है। 2014 में एफोरडेबल का रेट 4000 रू रेट था आज 7 साल में 4200 रू हुंआ है जबकि सीमेंट के रेट बड गए 60 प्रतिशत, लोहे के रेट बड गए 81 प्रतिशत, आरएमसी के रेट बढ गए 24 प्रतिशत, इलेक्टीक वायर के बड गए 100 प्रतिशत और डीजल पेट्रोल 80 प्रतिशत, एचआर कोईल 120 प्रतिशत से उपर इसमें जो मोटी लगत की चीजे है यह तांे सरकार फलैसिबिलटी की छूट दे या फिर यह सब चीजे सरकारी रेट पर उपलब्ध करवाए क्योकि सरकार 10 तारिके के कर लेती है, क्योकि जिस हिसाब से रेट बड रहे है या तो बिल्डिर क्वालिटि से समझौता करेगा अगर क्वालिटि सो नही करेगा तो कालबाजारी करेगा जिससे की जो हमारा अतिंम व्यक्ति को धर देने का सपना कभी पूरा नही होगा। इन सबमें गडबडी कहा आ रही है यह जो प्री लाचिंग है यह बडी खतरनाक चीज है पहले सारा शहर बर्बाद हो गया प्री लाचिंक के चक्कर में, अब इसके खिलाफ कोई सबूत तो है नही लेकिन सरकार चाहे तो सब कुछ हो सकता है और सरकार के आदमियों के मिले बगैर यह हो ही नही सकती, सरकार इसपर सख्त से सख्त कानून बनांए जिससे की प्रोप्रटी के अंदर छदम उतार चढाव आता है उससे मुक्ति मिले और धर का सपना पूरा हो।
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