फरीदाबाद,13 दिसम्बर। केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में प्राचीन भारतीय संस्कारों के प्रचार प्रसार से भारत देश विश्व गुरु बना है। गीता मनुष्य को जीवन जीने की राह दिखाती है। यदि हम गीता के संदेशों को अपने दैनिक जीवन में धार लें तो यह मनुष्य के जीवन बेहतरी की ओर लेकर जाती है। केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर शनिवार को सेक्टर-12 कन्वेंशन सेंटर में आयोजित जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि कन्वेंशन हाल में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का दूसरे दिन भी शुभारंभ यज्ञ हवन के साथ किया गया। इसके बाद उन्होंने गीता प्रदर्शनी व विभिन्न विभागों व सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर बारीकी से अवलोकन किया।
अपने संबोधन में केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा हरियाणा की पवित्र भूमि जहां भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को गीता का उपदेश दिया आज पूरी दुनिया के लिए एक सिख के लिए जानी जाती है। हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिन्होंने गीता महोत्सव को शुरू शुरू करने में बहुत बड़ा योगदान दिया और इसको मनाने की पीछे का बड़ा उद्देश्य यही है कि हम अपने इतिहास को ना बोले भूलें। श्रीमद्भागवत गीता व्यक्ति को जीवन जीने की कला सिखाती है और यह धर्मों का सार भी है। मानव जाति के कल्याण के लिए गीता का ज्ञान बहुत जरुरी है। यह हमारे लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर रही है।
अंधकार से प्रकाश में जाने का माध्यम श्रीमद्भागवत गीता ही है। गीता का ज्ञान अजर, अमर और सास्त्विक है जो हर युग में जीवंत भी है। गीता में सबसे ज्यादा कर्म करने पर बल दिया गया है। जिस पर हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का पूरी तरह से फोकस है। आने वाले 25 साल देश के लिए अमृत काल हैं और इन 25 सालों में सभी देशवासियों को अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए इस देश को सर्वश्रेष्ठ देश बनाना है। जब देश आजादी का 100 वा वर्ष मनाएगा तब हमारा देश दुनिया का सर्वश्रेष्ठ देश होगा ऐसा प्रधानमंत्री मोदी जी ने लाल किले से देशवासियों को आह्वान किया है उन्होंने भी गीता के संदेश को लाल किले से दुनिया के सामने पेश किया है।
बिना कर्म किए भारत दुनिया के विकसित राष्ट्रों में शामिल हो जाएं यह संभव नहीं। उसके लिए सभी देशवासियों को कर्म करना होगा अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा यही तो गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को संदेश दिया है। अपनी उन्नति और समाज और देश की उन्नति यह तीनों उन्नति कर्मों में समाई हुई है। अपना समाज और राष्ट्र का विकास करना है तो हम सबको कर्म करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने कहा है एक मेरी माँ है जिसने मुझे जन्म दिया और दूसरी माँ श्रीमद्भागवत गीता है। मेरी जन्म देने वाली माँ तो अब इस दुनिया में नहीं लेकिन मुए कुछ मांगना होता है तो में श्रीमद्भागवत गीता की शरण में जाता हु। आज हम संकल्प के कि हम अपने कर्तव्यों प्रधान मानते हुए हम सब मिलकर अपने कार्यो को समाज और राष्ट्र के हित के लिए करेंगे तभी गीता महोत्सव को मनाने का उद्देश्य पूर्ण होगा। हम सबका कल्याण गीता में लिखे श्लोकों को अपनी जिंदगी में अपनाकर ही हो सकता है।
इस अवसर पर पृथला के विधायक एवं हरियाणा भंडारण निगम के चेयरमैन नयनपाल रावत ने कहा कि गीता को हम सब केवल एक ग्रंथ ही मानते थे। हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी की सरकार आने के बाद हमें एहसास हुआ कि श्रीमद्भागवत गीता केवल एक ग्रंथ नहीं बल्कि गीता ज्ञान, धर्म-कर्म का सागर है। आज कुरुक्षेत्र से चलकर देश ही नहीं पूरी दुनिया के बहुत से देशों में गीता महोत्सव को बड़ी भव्यता के साथ मनाया जा रहा हैं इसका पूरा श्रेय इस देश के यशस्वी और तपस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जाता है।
उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर को खड़ा करने के साथ-साथ भारत को नई ऊंचाइयां दी है और साथ के साथ संस्कृति, धर्म-कर्म और सामाजिक कार्यक्रमों में आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और उनका उनको अपना उद्देश्य बना कर समाज और राष्ट्र को उन्नति की ओर आगे बढ़ने का मौका दिया। जो लोग भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर भारत को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं उन्होंने आजादी से अब तक कुछ भी नहीं किया है। आजादी के बाद अगर इस देश को जोड़ने का कार्य किसी व्यक्ति ने किया है और सरदार वल्लभ भाई पटेल के नारे को किसी ने साकार किया है तो वह इस देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है।
इसका जीता जागता उदाहरण जी-20 सम्मेलन जिसका भारत पहली बार मेजबान बन रहा है। मोदी जी के नेतृत्व में देश बहुत आगे बढ़ रहा है। हरियाणा एक हरियाणवी एक नारे और बहुत सारी परियोजनाओं को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस प्रदेश में लागू किया है। जब देश के महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कुरुक्षेत्र आई तो उन्होंने कहा कि हरियाणा तो हरी की भूमि है। यह हरियाणा वीरों, किसानों, वीरांगनाओं, जवानों और खिलाड़ियों की भूमि है।
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