पलवल!नेशनल हाईवे-19 पर लगाए गए गदपुरी टोल को लेकर पूर्व मंत्री की याचिका पर सुनवाई के बाद गठित किए गए कमीशन ने सोमवार को दिल्ली बदरपुर बार्डर से आगरा तक छह लेन निर्माण कार्यों की जांच शुरू कर दी। कमीशन की टीम सोमवार को सुबह दस बजे बदरपुर सीमा पर पहुंची और वहां से हाईवे की व्यवस्था, बनाए गए पुलों तथा सर्विस रोड़ की जांच की। इसके अलावा बल्लभगढ़ रेलवे पर छह लेन पुल न बनाए जाने के कारण लगने वाले जाम की स्थिति का भी जायजा लिया।
गदपुरी गांव में लगाए गए टोल बूथ के खिलाफ हरियाणा के पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने नियमों के खिलाफ लगाए गए टोल को पंजाब एवं उच्च न्यायालय में हटवाने के लिए याचिका दायर की थी। जिस पर पूर्व मंत्री के वकील दीपकरण दलाल द्वारा उच्च न्यायालय में करण सिंंह दलाल की तरफ से पेश टोल नियमों तथा दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर सिक्सलेन निर्माण में बरती गई अनियमित्ताओं के सबूत पेश किए तो उच्च न्यायालय ने इसकी जांच के लिए कमीशन गठित किया। कमीशन में लोकनिर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता एनके अग्रवाल तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कश्यप को शामिल किया गया।
कमीशन के सदस्यों ने दोपहर बाद गदपुरी टोल पर पहुंचने के बाद वहां उपस्थित गदपुरी गांव की पंचायत से मिलकर उनकी शिकायत सुनी तथा राजमार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों से भी बात की। जब वे गदपुरी टोल पर जांच कर रहे थे, उसी समय बच्चों ने आकर उनके समक्ष अपनी परेशानी रखी थी। कमीशन की टीम सोमवार को देर शाम करीब 6 बजे तक पलवल आगरा चौक पहुंच चुकी थी। इस संबंध में जब कमीशन के सदस्य एनके अग्रवाल ने बताया कि जांच की जा रही है तथा जांच पूरी होने के बाद फरवरी से पहले अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश कर देंगे। अभी वे जांच के संदर्भ में कुछ भी नहीं बता सकते। वे जांच निष्पक्षता से कर रहे हैं। कमीशन की जानकारी मिलने पर काफी लोग टोल पर पहुंच गए तथा उन्होंने भी अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने वाले पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पृथला के पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा, किसान नेता रतन सिंह सौरोत, बल्लभगढ़ से गिरीश भारद्वाज तथा झाड़सेतली के पूर्व पार्षद जगन डागर ने भी कमीशन को टोल से होने वाली समस्याओं से अवगत कराया।
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