हरियाणा: पलवल, दिनांक 10 दिसंबर 2022, मामले का खुलासा हेतु आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डीएसपी विजय पाल सिंह ने बताया कि जिला पुलिस कप्तान राजेश दुग्गल आईपीएस द्वारा जिला पुलिस को अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश जारी किए हुए हैं। जिसके तहत कार्य करते हुए साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक सत्यनारायण एवं उनकी टीम ने आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम वित्तीय धोखाधड़ी के मामले का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने बताया कि मामले में गांव दुधौला के रहने वाले भरत सिंह ने शिकायत दी है कि उसकी पत्नी सुनीता का सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक में खाता है। बीती दो नवंबर को जब वह बैंक में रुपयों की निकासी करने के लिए गए तो उन्हें पता चला कि उनके खाते से दो लाख नौ हजार 140 रुपये निकाल लिए गए हैं। यह ठगी आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए की गई। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी। इससे पूर्व भी एक न्यायाधीश के साथ आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए धोखाधड़ी कर 24500 रुपयों की ठगी की गई। इस प्रकार के बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने प्रभावी दिशा निर्देश दिए जिन के अनुरूप कार्य करते हुए साइबर ठगी के इन मामलों की जांच गहनता से करते हुए मामले का भंडाफोड़ किया।
पुलिस की नजरों से बचने के लिए मजदूर के खातों का किया गया प्रयोग
दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे ऐसे मामलों की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना पुलिस ने गहनता से जांच शुरु कर दी। जांच में पाया गया कि पीडि़तों के खातों से निकाले हुए रुपये जिला मथुरा के रहने वाले चांद खान के खातों में जमा हुए हैं। पुलिस खातों के जरिए चांद खान तक पहुंची और चाँद खान को काबू कर पूछताछ की गई। चांद खान ने बताया कि वह मथुरा में चाय की दुकान पर बर्तन साफ़ करने का कार्य करता है। करीब दो माह पहले मूल रूप से मध्यप्रदेश के मुरैना के रहने वाले इंद्रजीत और मथुरा के रहने वाले जीतू ने लड़की की शादी में कन्यादान राशि दिलाने का बहाना बनाकर उससे आधार कार्ड और पैन कार्ड ले लिए। इसके बाद आरोपितों ने उन कागजातों के आधार पर उसके खाते खुलवा लिए। आरोपितों द्वारा ठगी की राशि इन खातों में ट्रांसफर कर दी जाती और फिर यह राशि अपने अन्य साथियों के खातों में भेज दी जाती और मिलते ही पैसे निकाल लिए जाते।
ठगी करने के लिए अपनाया शातिराना तरीका
आरोपितों द्वारा ठगी के लिए बेहद शातिराना तरीका अपनाया गया था। ठगी को अंजाम देने के लिए आरोपितों ने रजिस्ट्री हासिल की। इसके बाद आरोपितों द्वारा सबसे पहले प्राप्त हुई रजिस्ट्रियों से खरीदार विक्रेताओं के लगे हुए अंगूठे के निशान व आधार कार्ड नंबर को लिया गया। उसके बाद अंगूठे का क्लोन तैयार कर एईपीएस (आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए) से अलग-अलग खातों रुपये निकाल लिए गए। इतना ही नहीं आरोपितों ने बड़ी संख्या अंगूठे के क्लोन तैयार कर रखे हुए थे, जिनसे रुपये निकालने थे। गिरफ्तार आरोपी के फोन से करीब 600 रजिस्ट्रियां मिली हैं। आरोपी को आज पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है रिमांड अवधि के दौरान ठगी गई रकम की बरामदगी के प्रयास किए जाएंगे साथ ही इस नेटवर्क से जुड़े फरार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे। आरोपी से गहनता से पूछताछ जारी है।
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