फरीदाबाद - 23 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा फरीदाबाद पहुंचेगी और फरीदाबाद के तमाम कांग्रेसी नेता रात-दिन इस यात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं। यात्रा एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से होते हुए बड़खल विधानसभा क्षेत्र फिर ओल्ड फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र जिसके बाद नेशनल हाइवे के रास्ते होते हुए दिल्ली में प्रवेश करेगी लेकिन दिल्ली से पहले तिगांव विधानसभा क्षेत्र का भी कुछ हिस्सा लगता है इसलिए ये यात्रा शहर के 4 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। कांग्रेस के नेता इस यात्रा को ऐतिहासिक यात्रा बता रहे हैं और एनआईटी से लेकर तिगांव तक का एरिया होर्डिग्स बैनर से पाट दिया गया है।
शहर में जितने भी होर्डिंग्स बनाने वाले हैं सब व्यस्त हैं, पूरी रात काम कर रहे हैं और यही नहीं शहर के उन चौराहों पर होर्डिंग्स लगाने के लिए कांग्रेसियों में मारामारी मची है जिन चौराहों से होकर यात्रा गुजरेगी। फरीदाबाद का हर कांग्रेसी नेता चाहता है कि राहुल गांधी हमारी होर्डिंग्स देखें, हमारी तस्वीर देखें और सूत्रों से बड़ी जानकारी ये मिल रही है कि शहर के कुछ कांग्रेसी नेताओं ने तो कई चौराहों पर पहरा बिठा दिया है ताकि कोई उनकी होर्डिंग्स निकालकर अपनी ना लगवा दे। 21 और 22 की रात्रि ख़ास चौराहों पर पहरेदारी और टाइट हो सकती है। फरीदाबाद में कई वर्षों बाद हुड्डा गुट, सैलजा गुट, सुरजेवाला और किरण चौधरी गुट के नेता एक साथ एक मंच पर दिखेंगे और हाल में दीपेंद्र हुड्डा के आगमन पर दिख भी चुके हैं।
इस यात्रा से पहले शहर में एक खास चर्चा है। पलवल के पूर्व विधायक करण सिंह दलाल किसी होर्डिंग्स में ढूंढें से नहीं मिल रहे हैं जबकि उनके बारे में चर्चाएं थीं कि वो लोकसभा का टिकट इस बार लेकर आएंगे। चर्चाएं हैं कि शायद वो पलवल तक ही सीमित रहना चाहते हैं और विधानसभा चुनाव ही लड़ेंगे इसलिए उन्होंने फरीदाबाद में पांव पसारना उचित नहीं समझा। कहा जा रहा है अगर उनका इरादा लोकसभा चुनाव लड़ने का होता तो इस यात्रा के बहाने वो फरीदाबाद में अपनी पहचान बनाने लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। कुछ लोगो का कहना है कि शायद पलवल के कांग्रेसियों की ड्यूटी वहां लगाईं गई है जहाँ यात्रा कल और परसों रहेगी ,कई तरह की चर्चाएं हैं।
वैसे कांग्रेस इस यात्रा के बहाने जीटी रोड के लगभग 6 लोकसभा क्षेत्रों को अपना टारगेट बनाया है और लगभग 55 विधानसभा क्षेत्रों को लेकिन फरीदाबाद में अजीब चर्चाएं ये हैं कि 2024 में फिर मोदी ही आएंगे और कृष्णपाल गुर्जर फिर सांसद बनेंगे इसलिए कौन झंझट मोल ले। एक चर्चा ये भी है कि फरीदाबाद ही नहीं पूरे लोकसभा क्षेत्र की 9 विधानसभा सीटों पर भले ही 7 सीटें भाजपा के पास हैं और एक कांग्रेस के पास जबकि पृथला की निर्दलीय रावत के पास लेकिन कृष्ण पाल गुर्जर सबका ख़याल रखते हैं चाहते उनकी पार्टी का विधायक हो या विपक्ष का कोई नेता इसलिए कोई नेता फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में सिर नहीं उठा रहा है। अधिकतर नेता विधानसभा तक ही सीमित हैं।
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