हरियाणा: दिनांक 4 नवंबर 2022, पलवल पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी का खुलासा करते हुए डीएसपी विजयपाल सिंह ने बताया कि राजेश दुग्गल आईपीएस पुलिस अधीक्षक पलवल के कुशल नेतृत्व में जिला पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी में वर्ष 2019 के हत्याकांड मामले में कैंप थाना पुलिस ने 50,000 के इनामी घोषित बदमाश को गिरफ्तार करने में विशेष सफलता प्राप्त की है।
उन्होंने बताया कि मूल रूप से बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) के धनोरा गांव की रहने वाली रजनी ने वर्ष 2019 के सितंबर माह में शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह कैंप थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव लोहागढ़ में रहती है। वर्ष 2019 की 15 सितंबर को वह अपने बच्चों के साथ घर पर मौजूद थी। उसी दौरान सुबह करीब छह बजे गाड़ी में सवार होकर उसके गांव के ही रहने वाले अमित, सतीश, कुलदीप और एक अन्य व्यक्ति आया। उक्त लोगों के साथ अन्य गाड़ियों में 5 व्यक्ति और मौजूद थे। आरोपित उनके पति जगत सिंह उर्फ़ जगपाल को घर के बाहर गेट पर ले गए। आरोपित अमित और कुलदीप पुलिस वर्दी में थे।
जब उसने आरोपितों से पूछा कि उनके पति को कहां ले जा रहे हो। इतना कहते ही आरोपियों ने उसके पति पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। उनके पति को करीब पांच से छह गोलियां मारी गई। उसने शोर मचाया तो मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई। आसपास के पड़ोसी बदमाशों को पकड़ने के लिए भागे, इसके बाद बदमाश हवा फायरिंग कर मौके से फरार हो गए। वह आनन फानन अपने पति को जिला नागरिक अस्पताल लेकर गई। जहां डॉक्टरों ने उसके पति को मृत घोषित कर दिया। पीड़िता ने शिकायत में कहा था कि उसके पति की हत्या करने में उसके पति की पहली पत्नी हेमलता की मिलीभगत है। यह हत्या पुरानी रंजिश के कारण हुई है। इससे पहले उसकी सास श्रृंगारी देवी की भी गांव धनोरा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
आगे डीएसपी पलवल ने बताया कि इसके बाद से इस मामले में बुलंदशहर के धनोरा निवासी आरोपित अमित पुत्र राजेंद्र फरार चल रहा था। आरोपित पर डीजीपी हरियाणा द्वारा वर्ष 2020 के जुलाई माह में 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था जिसे गत दिनांक 3 नवंबर 2022 को पुलिस अधीक्षक महोदय के कुशल मार्गदर्शन में कार्य करते हुए कैंप थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार की टीम ने गिरफ्तार करने में विशेष सफलता प्राप्त की है ।
आरोपित अमित पर कैंप थाना समेत उत्तर प्रदेश में हत्या के चार मामले दर्ज हैं। इनके साथ ही आरोपित पर उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के दस मामले, अवैध हथियार रखने के छह मामले, जानलेवा हमला करने के तीन मामले सहित 23 संगीन मामले दर्ज हैं। आरोपित वर्ष 2005 से आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है। आरोपित ने वर्ष 2005 में अपने गृह थाना क्षेत्र के अंतर्गत पहली हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी को पेश अदालत कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद के प्रयास किए जाएंगे साथ ही फरार आरोपियों का पता लगाकर उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
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