मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 31 अक्तूबर का दिन देशभर में भारत के पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। जैसी सरदार वल्लभ भाई पटेल की सोच थी और जैसे अतुल्य उनके कार्य थे, उसी के आधार पर इस दिन का नामकरण किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई, वहीं आजादी के बाद देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य भी किया।
सरदार पटेल ने किया 562 रियासतों को एक करने का कार्य
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत को स्वतंत्र तो कर दिया लेकिन 565 रियासतों को उनकी मर्जी पर छोड़ दिया था। पटेल ने देश के उपप्रधानमंत्री के साथ-साथ गृहमंत्री का कार्यभार संभाला और अपनी सूझबूझ से 562 रियासतों को भारत के तिरंगे के नीचे विलय करवा दिया तथा अखंड भारत का निर्माण किया। उन्होंने जिस प्रकार से आजादी के बाद देश में मौजूद चुनौतियों का सामना करके राष्ट्र की एकता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई, उसके लिए देश हमेशा उनका कृतज्ञ रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थापित किया स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की याद में समर्पित एक स्मारक बनवाया। इसका नाम ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ रखा गया, जहां पर सरदार पटेल की विशाल मूर्ति स्थापित की गई है। 31 अक्तूबर 2013 को ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ की नींव रखी गई और 31 अक्तूबर 2018 को इसका उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जम्मू-कश्मीर में लागू धारा-370 और 35-ए को खत्म करते हुए अखंड भारत का सपना साकार किया।
राष्ट्रीय एकता दिवस पर यह दिलाई मुख्यमंत्री ने शपथ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्र की एकता एवं अखंडता की शपथ दिलवाई - ‘मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आतंरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प लेता हूं।’
Post A Comment:
0 comments: