फरीदाबाद। स्किल डेवलपमैंट हरियाणा के डिप्टी डायरेक्टर गजेंद्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत व स्टार्टअप जैसे प्रोजैक्टों में सफलता तभी मिलेगी जब उद्योगों व शिक्षण संस्थानों के बीच न केवल सामंजस्य बनेगा बल्कि रोजगारोन्मुखी शिक्षा के लिये कदम उठाए जाएंगे।
यहां आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा आयोजित ‘इंडस्ट्री एकेडिमिया राउंड टेबल’ वार्ता में अपने विचार व्यक्त करते हुए गजेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन आवश्यक हैं जिससे उद्योगों व शैक्षणिक संस्थाओं के बीच तालमेल बढ़े।
‘इंडस्ट्री एकेडिमिया राउंड टेबल’ में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन राजीव चावला चावला ने कहा कि यह निश्चित रूप से हर्ष व संतोष का विषय है कि पिछले कुछ समय में स्किल डेवलपमैंट के लिये अवसरों में बढ़ौतरी हुई है। आपने कहा कि युवा वर्ग को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने, उनकी प्लेसमैंट को सुनिश्चित करने तथा प्रशिक्षण के लिये नये अवसर प्रदान करने काफी जरूरी हैं।
आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा फरीदाबाद कलस्टर में चलाए जा रहे स्ट्राईव प्रोजैक्ट के संबंध में जानकारी देते हुए आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन ने बताया कि इससे प्लेसमैंट के अवसर बढ़ें हैं, विद्यार्थियों में तकनीकी शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ा है, अप्रेन्टिसशिप मॉडल के प्रति विद्यार्थियों व उद्योग प्रबंधकों के बीच नई चेतना आई है जोकि एक अच्छे संकेत हैं।
इंडस्ट्री एकेडिमिया राउंड टैबिल के आयोजन पर अपने विचार व्यक्त करते चावला ने बताया कि इसका उद्देश्य स्किलिंग को बढ़ावा देना और विद्यार्थियों के लिये प्लेसमैंट, रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है।
इंडस्ट्री एकेडिमिया राउंड टैबिल की विशेषता यह रही कि इसमें विभिन्न कालेजों, आईटीआई, प्रतिष्ठित स्कूलों व यूनिवस्र्टिज के हैड आफ डिपार्टमैंट व प्रधानाचार्यों सहित अध्यापक व प्रतिनिधि शामिल हुए।
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