मुख्य सचिव आज यहां विपणन सत्र - 2022 23 के दौरान खरीफ फसलों की खरीद के संबंध में तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
संजीव कौशल ने निर्देश देते हुए कहा कि फसलों की समयबद्ध तरीके से खरीद, उसकी स्टोरेज तथा मंडियों में गनी बैग्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि खरीद प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की समस्या न आए।
खरीफ फसलों की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होगी
बैठक में बताया गया कि विपणन सत्र 2022-23 के दौरान मूंग की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होगी और यह 15 नवंबर, 2022 तक जारी रहेगी। मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से 31 दिसंबर 2022 तक की जाएगी। इसके अलावा, अरहर, उड़द और तिल की खरीद 1 दिसंबर से शुरू होगी और 31 दिसंबर 2022 तक जारी रहेगी। खरीफ फसलों की खरीद भारत सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी।
बैठक में बताया गया कि राज्य खरीद एजेंसियों जैसे हरियाणा राज्य भंडारण निगम और हैफेड के अलावा नैफेड द्वारा खरीफ फसलों की खरीद की जाएगी।
खरीफ फसलों की निर्बाध खरीद के लिए 100 से अधिक मण्डियों की व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि खरीफ फसलों की निर्बाध खरीद सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में मण्डिय़ों की व्यवस्था की गई है। मूंग की खरीद के लिए 16 जिलों में 38 मंडियां, अरहर की खरीद के लिए 18 जिलों में 22 मंडियां, उड़द की खरीद के लिए 7 जिलों में 10 मंडियां, मूंगफली की खरीद के लिए 3 जिलों में 7 मंडियां तथा तिल की खरीद के लिए 21 जिलों में 27 मंडियां खोली गई हैं।
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष मूंग की 41,850 मीट्रिक टन उत्पादन की संभावना है। इसी प्रकार अरहर की 1044 मीट्रिक टन, उड़द का 364 मीट्रिक टन, तिल का 425 मीट्रिक टन तथा मूंगफली का 10,011 मीट्रिक टन उत्पादन होने की संभावना है।
Post A Comment:
0 comments: