चंडीगढ़/ फरीदाबाद- हरियाणा की पूर्व केबिनेट मंत्री किरण चौधरी आज फरीदाबाद पहुंचीं। जहाँ उनके समर्थकों ने नगर निगम सभागार के बाहर से नीलम चौक तक पदयात्रा निकाली। किरण चौधरी के फरीदाबाद आगमन के दौरान फरीदाबाद के अधिकतर वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यक्रम से दूर दिखे और उनका कार्यक्रम सुपर फ्लॉप रहा जिसे देखकर सत्ताधारी भाजपा काफी खुश है। एनआईटी के युवा नेता ललित भड़ाना ने अपनी ताकत न दिखाई होती तो किरण चौधरी की फरीदाबाद में ऐतिहासिक फजीहत हो जाती। ललित भड़ाना अपने सैकड़ों समर्थकों संग पहुंचे थे और काफी हद तक वो ये दिखाने में कामयाब रहे कि कम से कम हमारे अंदर दम है। कार्यक्रम में पूर्व मेयर अत्तर सिंह, अनीशपाल, राजेश आर्य, गौरव चौधरी भी पहुंचे थे।
एक बड़ी जानकारी के मुताबिक ललित भड़ाना अब हरियाणा कांग्रेस की रडार पर हैं क्यू कि कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेसियों का कहना था कि ये कार्यक्रम कांग्रेस का है और हर कांग्रेसी नेता को इसमें शामिल होना चाहिए थे लेकिन ललित भड़ाना ने शहर में जो होर्डिंग्स, पोस्टर लगवा रखे थे उसमे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की ना तो कहीं तस्वीर थी न उनका कहीं नाम था ऐसे में फरीदाबाद के दिग्गज कांग्रेसियों का कहना है कि ये किरण चौधरी का कार्यक्रम था कांग्रेस का नहीं। अगर कांग्रेस का होता तो प्रोटोकॉल के हिसाब से प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को नकारा नहीं जाता।
सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष के पास कार्यक्रम की रिपोर्ट पहुँच चुकी है और अब ऐसा भी हो सकता है कि निगम चुनावों में ललित भड़ाना को कांग्रेस की टिकट न मिले। आज के कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक किरण चौधरी ने कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है, जो सभी को साथ लेकर आगे बढ़ती है, लेकिन आज पार्टी में कुछ कार्यकर्ता अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे है, यहां तक कि संगठन के अंदर भी उनकी आवाज नहीं उठ रही, ऐसे कार्यकर्ताओं की आवाज बनकर वह उसे फिर उन्हें सक्रिय करके पार्टी से जोडऩे के लिए ही सडक़ों पर उतरी है। उन्होंने कहा कि ‘कार्यकर्ता आपके द्वार’ कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसे कर्मठ व मेहनती कार्यकर्ताओं को फिर से कांग्रेस के साथ जोडक़र मेहनत व ईमानदारी से आगे बढऩा है और जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करना है।
किरण चौधरी ने कहा कार्यकर्ता उनके लिए सर्वाेपरि है, उनके कार्यकर्ताओं के पास संसाधन बेशक न हो, लेकिन मेहनत की कोई कमी नहीं है और इसी मेहनत के बल पर वह पूरे हरियाणा में घर-घर घूमकर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई लोभ-लालच नहीं है और न ही पद की कोई मंशा है केवल और केवल कार्यकर्ता को उपेक्षित देखकर वह सडक़ पर उतरी है और उन्हें लारे-लप्पे देना नहीं आता, वह जो कहती है, उसे पूरा भी करती है। पूर्वमंत्री किरण चौधरी ने कहा कि 2005 में चौ. बंसीलाल व सुरेंद्र सिंह ने हरियाणा विकास पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था, उसके बाद हरियाणा में कांग्र्रेस की लहर चली और सरकार बनी और चौ. बंसीलाल के समय में फरीदाबाद में हुए कामों को भुलाया नहीं जा सकता और इस जिले के विकास की मियाद भी उसी समय डाली गई। उन्होंने कहा कि चौ. सुरेंद्र सिंह सदैव छत्तीस बिरादरी को साथ लेकर चले और उन्हीं के आदर्शाे पर आज वह चल रही है और हरियाणा के लोगों की आवाज को बुलंद करने का काम कर रही है। किरण चौधरी ने कहा कि आज प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, पढ़े-लिखे युवा रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे है, गलत रास्तों पर चला रहे है, कानून व्यवस्था का बुरा हाल है, जीएसटी ने मध्यम व्यापारी की कमर तोड़ दी और किसान भी परेशान है, अमीर और अमीर हो रहा है, जबकि गरीब गरीबी के दलदल में धंसता जा रहा है।
किरण चौधरी ने कहा कि भाजपा ने पहले देश को धर्म के नाम पर बांटा और अब जात-पात के नाम पर बांट रही है, जबकि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकालकर लोगों को जोडऩे का काम कर रहे है, कोई विपक्षी नेता ऐसा नहीं जो पांच महीने सडक़ों पर कन्याकुमारी से लेकर जम्मू कश्मीर तक पैदल यात्रा कर सके, यह केवल राहुल गांधी ही कर सकते है और उन्हीं के इस अभियान को हम हरियाणा में चलाते हुए उपेक्षित कार्यकर्ताओं को जोडऩे का काम कर रहे है।
वैसे आज ये भी देखा गया कि महालक्ष्मी होटल में प्रेस वार्ता 11 बजे बुलाई गई थी। पत्रकार 11 बजे पहुंचे तो प्रेस वार्ता स्थल पर वीराना था। एक भी कांग्रेसी नेता मौजूद नहीं था। 11 बजकर 15 मिनट पर वहाँ कांग्रेसी नेता राजेश आर्य पहुंचे और उन्होंने बताया कि मैडम गुरुग्राम टोल टैक्स पर आ चुकी हैं। उसके बाद तमाम पत्रकार वहाँ से चले गए क्यू प्रेस वार्ता से पहले पदयात्रा थी और पत्रकारों ने सोंचा की लगभग एक घंटे बाद प्रेस वार्ता शुरू होगी। इसलिए अधिकतर वहाँ से चले गए। शहर में किरण चौधरी के समर्थक न के बराबर हैं। ललित भड़ाना उनके स्वागत के लिए खड़े थे इसलिए महालक्ष्मी होटल तय समय में वीरान रहा। शहर में तमाम चर्चाएं इस समय हो रहीं हैं। वैसे ललित भड़ाना उम्मीदों पर खरे उतरे लेकिन किरण चौधरी को समझना चाहिए कि वक्त बदल चुका है। आपके गृह जिले के अलांवा आपको कहीं और बड़ा समर्थन नहीं मिल सकता इसलिए अपनी पार्टी का बंटाधार ना करें।
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