चंडीगढ़ - 2019 में कांग्रेस को हरियाणा में सत्ता से दूर रखने वाले जिलों में तीन जिलों के नाम प्रमुखता से आते हैं जिनमे फरीदाबाद नंबर एक पर और गुरुग्राम नंबर दो जबकि पलवल नंबर तीन पर है। इन तीनों जिलों में कांग्रेस को बुरी तरह मात मिली, फरीदाबाद, पलवल की 9 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को मात्र एक सीट मिली जबकि गुरुग्राम में खाता तक नहीं खुला। चार सीटों में से एक सीट पर निर्दलीय और तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली।
अब 2024 की तैयारी चल रही है और हरियाणा कांग्रेस मिशन 80 शुरू करने वाली है तब इन तीनों जिलों के कांग्रेसियों का वही हाल है। अधिकतर कांग्रेसियों के पास अब भी कार्यकर्ता नहीं हैं। आज दिल्ली में कांग्रेस की हल्ला बोल रैली थी और सूत्रों की बात करें को फरीदाबाद के कांग्रेसियों ने प्रदेश के एक बड़े कांग्रेसी नेता के साथ बैठक में दावा किया था कि हम कम से कम 75 हजार लोगों को रैली में लेकर पहुंचेंगे।
किसी ने 10 बस भरने की बात की थी तो किसी ने 20 तो किसी ने और बड़ा वादा किया था लेकिन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक का हमने लाइव वीडियो चलाया और देखा कौन कितनी बसें लेकर जा रहा है। अधिकतर कांग्रेसियों के दावे फेल हुए। उसी समय बीपीटीपी के खिलाफ प्रदर्शन था और 11 बजे के बाद जब हम नेशनल हाइवे से बदरपुर बार्डर से नीलम कट की तरफ आ रहे थे तो अजीब नजारा दिखा। हल्ला बोल रैली में जाने वाली तमाम गाड़ियां वापस आती दिखीं। रैली को राहुल गांधी ने लगभग एक बजे सम्बोधित किया लेकिन जब हम 11 बजे कांग्रेसियों की गाड़ियां वापस आते हुए देखे तो हमें लगा कि हम बार-बार वो बातें सच लिखते हैं जिनमे कहते हैं कि कई-कई करोड़ खर्च करने के बाद भी फरीदाबाद के कांग्रेसी नेता विधानसभा चुनाव क्यू हार जाते हैं। आज की रैली में फरीदाबाद के दो तीन नेताओं की ही बसें दिखीं, लगा कि फरीदाबाद के अधिकतर नेता कार्यकर्ता खो चुके हैं। उन्होंने दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ हुई बैठक में झूंठ बोला था कि इतनी बसें ले जाएंगे। ऐसा ही रहा तो 2024 फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम के कांग्रेसियों के लिए ज्यादा अच्छा नहीं रहेगा।
वैसे हरियाणा कांग्रेस के लिए संगठन जल्द बनाना बहुत जरूरी है क्यू कि प्रदेश अध्यक्ष भी फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से हैं और उनकी एक स्कूल की पीली वाली बसें भी 11 से 12 के बीच में वापस होडल की तरफ लौटती दिखीं। फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम के तमाम कांग्रेसियों के प्रेस नोट आये लिखा था कि सैकड़ों हजारों समर्थकों संग रैली में पहुंचे जबकि हमें खास सूत्रों से पता चला है कि अधिकतर कांग्रेसियों ने फोटो खिंचवाने के लिए कुछ लोगों को बुलाया फिर??? अब सोशल मीडिया पर चल रहा है कौन कितनी बसें लेकर दिल्ली गया था तस्वीर या वीडियो भेजें , फरीदाबाद के दो तीन नेता ही इस परीक्षा में पास हो सकते हैं। बाकी सब फेल?
Post A Comment:
0 comments: