इससे पूर्व रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती ममता सिहँ (आईपीएस) व पुलिस अधीक्षक चरखी दादरी श्री दीपक गहलावत (आईपीएस), पुलिस अधीक्षक सोनीपत श्री हिमांशु गर्ग (आईपीएस), पुलिस अधीक्षक भिवानी श्री अजीत शेखावत (आईपीएस), पुलिस अधीक्षक रोहतक श्री उदय सिहँ मीना (आईपीएस), पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री वसीम अकरम (आईपीएस) ने डीजीपी हरियाणा का स्वागत किया।
डीजीपी ने इस दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए विस्तृत विचार विमर्श किया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा करना, उद्घोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह की धरपकड़ के लिए की गई कार्रवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंसों का विश्लेषण, पासपोर्ट वेरिफिकेशन, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा,अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध हथियरों को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा की। इसके साथ क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, न्यायिक परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था, प्रशासनिक कार्य एवं वेलफेयर के मुद्दे, विभागीय जांच के मामलों संबंधी निष्पादन की कार्रवाई, राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग एवं अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की।
डीएसपी को दिए गंभीर और चिन्हित अपराध की पैरवी करने के आदेश
बैठक के दौरान डीजीपी ने सभी डीएसपी को निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी गंभीर व चिन्हित अपराध की अपने स्तर पर निगरानी करें। माननीय न्यायालय में विचाराधीन चल रहे केसों की अच्छे से पैरवी कर आरोपी को सजा दिलवाने का प्रयास करें। पीओ व बेल जेम्पर व उद्धोषित अपराधी पुलिस के सामने सर्म्पण नही करते हैं तो उनकी संपति कुर्क करवाने की प्रक्रिया कानूनी रूप से अमल में लाई जाए। नशा तस्करों के खिलाफ और संघन जांच की जाएं। इन मामलों में पुलिस नशा तस्करों के नेटवर्क की जड़ तक जाएं और ऐसे अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही अमल में लेकर आएं। इन अपराधियों की संपत्ति भी कुर्क करने की कार्यवाही साथ के साथ करें।
चोर गिरोह पर कसी जाए नकेल
पुलिस महानिदेशक ने बैठक में अधिकारियों से चोरी के मामलों की विस्तृत रिपोर्ट ली और उन्होंने इन घटनाओं को रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी इस तरह के गिरोह का भंडाफोड़ करने का प्रयास करें। इसके लिए अपने खुफिया तंत्र को और ज्यादा सक्रिय करें।
नाकों व क्षेत्र में रहें अलर्ट
पुलिस महानिदेशक ने कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि पुलिस फोर्स नाकों व क्षेत्र में अलर्ट नजर आनी चाहिये, जिससे आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें और अपराधी अपराध करने से पहले ही अपने बारे में दस बार सोचें। उन्होंने महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने व ऐसी शिकायतो पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। यातायात को बाधा रहित बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंधन पर बल दिया और कहा कि लोगों को सड़क जाम से निजात दिलवाने के लिये योजनाबद्ध व प्रभावी तरीके से कार्यवाही की जाए।
थानों में की जाए आमजन की सुनवाई
पुलिस महानिदेशक ने अपराध की समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी आमजन की सुनवाई करे। आपराधिक घटना की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचे और अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए तुरंत कार्यवाही अमल में लाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत कार्यवाही अमल में लाए । राइडर पीसीआर और डायल 112 निरंतर क्षेत्र में गश्त करें।
जवानों और उनके परिजनों के कल्याण पर भी दें ध्यान
पुलिस महानिदेशक ने बैठक में कहा कि हरियाणा पुलिस अपने जवानों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए भी हर समय खड़ी है। जिला स्तर पर इनके वेलफेयर की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। अनेक कल्याणकारी योजनाएं जवानों के लिए चलाई जा रही है। अधिकारी जवानों के स्वास्थ्य व सेहत का ध्यान रखते हुए अपने स्तर पर जरूरी कदम उठाए। जवानों के लिए सुविधाओं को और बेहतर किया जाए। अच्छे कार्य के लिए जवानों को उचित इनाम व नियमानुसार समय पर तरक्की सुनिश्चित की जाए। उचित समय पर पदोन्नति देने के अलावा पुलिसकर्मियों के आवास, चिकित्सा और उनके बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा सुविधा बारे विशेष ध्यान रखा जाए।
Post A Comment:
0 comments: