मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज यहां हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस सेमिनार में पुलिस, स्वास्थ्यण और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का भी सहयोग लिया जाए, ताकि सभी विभाग आपसी समन्वय से अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि फॉरेंसिंक साईंस लैबोरटरी (एफएसएल) का आधुनिकीकरण किया जाए ताकि एफएसएल में जांच प्रक्रिया में और तेजी लाई जा सके।
स्टेट ड्रग कंट्रोलर दवाईयां बनाने के लिए इस्तेमाल कैमिक्लस तथा तैयार दवाईयों की आपूर्ति व उसके उपयोग पर रखें निगरानी
कौशल ने कहा कि स्टेट ड्रग कंट्रोलर प्रदेश में दवाईयां बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कैमिक्लस एवं अन्य तथा तैयार दवाईयों की आपूर्ति व उसके उपयोग पर निगरानी रखे। इसके लिए अलग से निगरानी समितियों का भी गठन किया जाए। इसके अलावा, एक पोर्टल भी तैयार किया जाए, जिस पर निगरानी समितियों द्वारा अपनी रिपोर्ट अपलोड की जा सके।
जिलों में बने नशा मुक्ति केंद्रों में एसडीएम प्रति माह करे दौरा
मुख्य सचिव ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला उपायुक्त जिला स्तरीय कमेटी की मासिक बैठक कर समीक्षा करें। साथ ही, इन बैठकों की जानकारी और निर्णयों को हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पोर्टल पर अपडेट करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों में बने नशा मुक्ति केंद्रों में एसडीएम प्रति माह एक बार दौरा कर वहां चलाई जा रही गतिविधियों का संज्ञान लें और जिला स्तर पर होने वाली मासिक बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इसके अलावा, प्रयास एप्लिरकेशन पर भी अपने दौरे की जानकारी अपडेट करेंगे।
विद्यार्थियों को मादक पदार्थों के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के लिए धाकड़ कार्यक्रम में तेजी लाएं
कौशल ने यह भी निर्देश दिए कि मादक पदार्थों के उपयोग के घातक परिणामों के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए चलाये जा रहे धाकड़ कार्यक्रम को भी व्यापक स्तर पर संचालित किया जाए। इससे संबंधित सभी जानकारियों और सकारात्मक परिणामों से अवगत करवाने के लिए स्कूल व कॉलेजों में सेमिनार का भी आयोजन किया जाए, ताकि धाकड़ कार्यक्रम के क्रियान्वयन में तेजी लाई जा सके। इसके अलावा, शिक्षण संस्था नों में धाकड़ टीमों का भी गठन किया जाए, जो विद्यार्थियों को मादक पदार्थों के घातक परिणामों के प्रति जागरूक करेगी। उन्होंने कहा कि ड्रोन उपयोग के संबंध में भी सभी हितधाकरों को नियम एवं कानून से अवगत करवाने के लिए भी समय-समय पर सेमिनार आयोजित किया जाए।
आमजन टोल फ्री नंबर 9050891508 पर दे सकते हैं मादक पदार्थों की तस्करी या उसके उपयोग संबंधी जानकरियां
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी कार्यालयों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों व सावर्जनिक स्थापनों पर हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 9050891508 को प्रदर्शित किया जाए, ताकि आमजन मादक पदार्थों की तस्करी या उसके उपयोग संबंधी जानकरियां तुरंत ब्यूरो को सूचित कर सके।
बैठक में बताया गया कि एनडीपीएस से संबंधित बड़े अपराधों को चिहिन्त क्राइम की श्रेणी में शामिल किया जा रहा है और इसकी निगरानी पुलिस अधीक्षक या इससे उच्च रैंक के अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इसके अलावा, ऐसे मामलों के लिए विशेष स्क्रूटनी सैल भी स्थाापित किए जाएंगे।
बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक पी के अग्रवाल, एडीजीपी हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, श्रीकांत जाधव, कार्मिक विभाग के सचिव अशोक कुमार मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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