फरीदाबाद: मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीआट्यूशन्सए और डॉ. ओ पी भल्ला फाउंडेशन ने पाराशर फाउंडेशन की एक पहल, ऑर्गेन इंडिया के साथ भागेदारी करते हुए, 19 ट्रांसप्लांटेड(अंग प्रत्या्रोपित) खिलाड़ियों के लिए एक बैडमिंटन और फुटबॉल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। यह अनूठा प्रयास उन एथलीटों के लिए शुरू किया गया था जो ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में होने वाले वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स 2023 में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।
पाराशर फाउंडेशन की पहल,आर्गेन इंडिया (ORGAN India)पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में 2023 में आयोजित किये जाने वाले वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स के लिए भारत की ओर सेआधिकारिक सदस्य संगठन है।
शिविर की शुरूआत1 अगस्त, 2022 को हुईऔर 5 अगस्त, 2022 को इसका समापन हुआ। इसका उद्देश्यवर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स(विश्व प्रत्यारोपण खेल)2023 में भाग लेने आशा करने वाले 19 प्रत्यारोपित खिलाड़ियोंकी मदद करना था। पूरे भारत के एथलीट फरीदाबाद मेंमानव रचना एजुकेशनल इंस्टीनट्यूशन्से के परिसर में एकत्र हुए। इस आयोजन में स्पोर्ट्स साइंस सेंटर, मानव रचना स्पोर्ट्स एकेडमी, फैकल्टी ऑफ बिहेवियरल साइंसेज, फैकल्टी ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज सभी एक साथ मिल कर आगे आए और खिलाड़ियों को उनके कौशल को निखारनेऔर अत्याधुनिक तकनीकी और मानसिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए काम किया क्योंकि उन्हेंोवर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स 2023 में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ट्रांसप्लांट खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करनी है।
डॉ. एन सी वाधवा –डायरेक्टयर जनरल, MREIने कहा, "यह बहुत खुशी और संतोष की बात है कि डॉ ओ पी भल्ला फाउंडेशन ने ऐसे19 खिलाड़ियों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर की व्यकवस्थात की है जो या तो आर्गेन रिसीवर (अंग प्राप्तसकर्ता) या आर्गेन डोनर (अंग दाता) हैं और वेपर्थ, ऑस्ट्रेलिया में,वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स (विश्व प्रत्यारोपण खेल)2023 में भाग लेंगे। डॉ ओपी भल्ला फाउंडेशन, मानव रचना स्पोर्ट्स साइंस सेंटर और मानव रचना एकेडमीऑफ स्पोर्ट्स के माध्यम से इन खिलाड़ियों के परिसर में रहने और प्रशिक्षण के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें कर रहा है।
सुश्रीअनिका पाराशर - संस्थापक अध्यक्ष, आर्गेन इंडिया (ORGAN India)ने इस अवसर पर बताया, "अप्रैल 2023 में पर्थ में वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स (विश्व प्रत्यारोपण खेलों) के लिए खिलाड़ियों के भारतीय प्रतिनिधिमंडल को ले जाना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है। इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में प्रत्यारोपित रोगियों या दाताओं की भागीदारी न केवल देशभक्ति का शानदारप्रदर्शन है, बल्कि यहविपरीतपरिस्थितियों पर काबू पाने और दूसरों को प्रेरित करते हुए जीवन को पूरी तरह जीना जारी रखनेके लिये असीमित मानवीय जीवटता का प्रदर्शन भी है।हम मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीहट्यूशन्सर जैसे भागीदारों के आभारी हैं, जो इस अतुलनीयउद्देश्यके लिए हमारा सहयोग कर रहे हैं –ताकिहमारे ये एथलीट देश का प्रतिनिधित्व करने और प्रतिस्पर्धा में सक्षम बनने लिए, इन शिविरों में प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें जिसके वे हकदार हैं और उन्हेंर वास्तिव में प्रशिक्षण की आवश्यकता है।”
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