चंडीगढ़- विधानसभा सत्र में विधायको को धमकी के मामले एंव बिगड़ती कानून व्यवस्था के ध्यानाकर्षण सूचना पर बोलते हुए नीरज शर्मा द्धारा कहा गया की बडे दुख के साथ कहना पड रहा है कि हरियाणा में ही विधायको को धमकी क्यो मिली। क्योंकि हरियाणा में कानून व्यवस्था क्यो बिगड रही है, वर्ष 2016 में विधायक रहते हुए विधानसभा अध्यक्ष महोदय ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार से शिकायत की थी हुड्डा प्रशासक द्वारा दिनांक 08-09-2015 को आउसटीज कोटा के अंतर्गत अलाट किए गए 13 प्लाटों में बरती गई अनेक अनियमिताओं एंव घोर धांधली तथा भ्रष्टाचार के बारे। इसमें 129 लोगो के द्वारा आवेदन दाखिल किया गया, जिसमें 49 लोग योग्य पाए गए, और जब 2015 में ड्रा किया गया तो उसमें सिर्फ 13 लोगो को शामिल किया गया और 13 ही प्लाट थे। इस पर विधायक ज्ञानचंद गुप्ता जी ने सभी फैक्ट के साथ इस मामले की सीबीआई जांच करवाने के लिए कहा गया। इसके बाद सरकार ने फाईल चलाई फिर 01 जून 2020 को माननीय मुख्यमंत्री जी ने आदेश कर दिया की यह केस सीबीआई के रेफर कर दिया जाए, परंतु बहुत दुख हुआ कि 01 जून 2020 के माननीय मुख्यमंत्री के आदेशो को घुमा फिरा दिया गया।
उसक बाद दोबारा फाईल इधर से उधर घूमती रही उसके बाद 01 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री महोदय ने पुनः आदेश कर दिए की इस मामलें को सीबीआई को दे दिया जाए और आज 2022 चल रहा है जिस प्रदेश में मुख्यमंत्री के दो-2 बार के आदेशों को नही माना जा रहा, भष्टाचार आप देखे किस तरह हावी है इस सरकार से और क्या उम्मीद की जा सकती है। इस मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि सी.एफ.एम.एस के द्धारा आज की तारिख में फाईल कहा है इसका रिकार्ड ही नही मिल रहा है। विधायक नीरज शर्मा ने कहा की इन्ही चीजों की वजह आज कानून व्यवस्था का यह हाल है जहां मुख्यमंत्री के आदेशो को नही माना जा रहा तो क्या सरकार से उम्मीद की जा सकती है।
इसके अतिरिक्त विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री जी द्धारा आकंडे दिए गए की 90 विधायको की सुरक्षा में 811 लोग तैनात है इसपर विधायक द्धारा गृह मंत्री से पूछा गया कि 19 लोगो के लिए 615 सुरक्षा कर्मचारी और बाकि 71 के लिए 196 सुरक्षा कर्मचारी, यह कैसा राम राज है आपका।
पुलिस के अधिकारियों की कितनी पूरानी मांग है पंजाब समान वेतन की वो उनको दिया जाना चाहिए थी, ताकि उनमें उत्साह आंए।
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