फरीदाबाद- कई वर्ष पहले मैंने फरीदाबाद में अवैध खनन का मामला उठाया और कई लोगों पर केस दर्ज करवाया और जेल भी भिजवाया जबकि उस समय भी अधिकारी कहते थे कि अवैध खनन नहीं हो रहा है और जब एक बड़े पुलिस अधिकारी की नूंह में ह्त्या की गई तब जाकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई। इसी तरह तहसील में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी कई साल पहले उठाया और अब भी प्रदेश की में भ्रष्ट अधिकारी पकडे जा रहे हैं। अब मुझे जानकारी मिल रही है कि नहर पार फरीदाबाद में कई बिल्डरों ने आतंक मचा रखा है और सैकड़ों लोगों की जमा पूंजी हड़प चुके है और अब भी हड़प रहे हैं जिसे लेकर मैं जल्द बड़ा कदम उठाऊंगा और संभव होगा तो जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी करूंगा। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने कहा कि नहर पार के कुछ बिल्डर जनता के हजारों करोड़ रूपये डकार चुके हैं।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि ये बिल्डर बड़ी ठगी कर रहे हैं और जनता को बड़ा सपना दिखा कर लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को खाली जमीन दिखा बोलते हैं कि दीन दयाल योजना का लाइसेंस पास हो गया है और जल्द यहां निर्माण शुरू होगा और फिर पैसे ऐंठना शुरू कर देते हैं जबकि पता चला है कि इनका कोई लाइसेंस वगैरा पास नहीं होता। कुछ जमीने अब भी कई वर्षों से खाली पडी हैं जिन्हे ठग बिल्डरों ने कौड़ियों के दाम खरीदकर सोने के भाव बेंचा था।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि इन बिल्डरों द्वारा ठगे गए लोग आये दिन सड़कों पर उतर प्रदर्शन करते हैं लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से योगी सरकार नोयडा के बिल्डरों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई और 800 करोड़ की लागत से बने ट्विन टावर को हाल में पल भर में ध्वश्त करवा दिया उसी तरह जरूरत पड़ने पर मैं इन लुटेरे बिल्डरों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा और इनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होने दूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि कुछ बिल्डरों के खिलाफ मामले भी दर्ज हुए लेकिन पैसों के दम पर या तो बिल्डरों ने मामले दबवा दिए या ख़त्म करवा दिए।
पाराशर ने कहा कि नहर पार एक संगठित लूट जारी है और ऐसा ही चलता रहा तो शहर के भोले-भाले लोग इन लुटेरे बिल्डरों का शिकार होते रहेंगे। अपनी जमा पूंजी लुटाते रहेंगे इसलिए अब मैं जल्द सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा और जनता को न्याय दिलाकर रहूंगा।
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