1 जुलाई 2022- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि वीरवार की मानसून की पहली ही बरसात ने रेवाडी सहित पूरे हरियाणा में भाजपा खटटर सरकार के कथित विकास, नागरिक सुविधाओं व सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर दी जब प्रदेश का हर शहर पानी का तालाब बन गया। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले में वीरवार को मात्र 40 से 50 एमएम ही वर्षा हुई और इस थोडी सी पहली मानसून वर्षा ने रेवाडी शहर को जलमग्न कर दिया। पूरा शहर पानी से भर गया। सड़कों, मौहल्लों में कीचड़, पानी और गदंगी के अलावा कुछ नही दिखा। यहीं हालत प्रदेश के 18 जिलों के उन शहरों, कस्बों, क्षेत्रों की हुई जहां 30 जून सेे मानसून वर्षा ने दस्तक दी। हरियाणा में सिरसा, फतेहाबाद, हिसार व भिवानी जिले को छोडकर मानसून वर्षा ने एक साथ 18 जिलों में दस्तक दी है और पहली बरसात ने बता दिया कि हरियाणा का कैसा कथित विकास भाजपा खट्टर सरकार में हुआ है और शहर में कैसी नागरिक सुविधाओं का जाल बिछा है व कैसी सफाई व्यवस्था है।
विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले व अन्य शहरों में मानसून की पहली बरसात ने ही प्रमाणित कर दिया कि नालियों, सीवरों, पानी निकासी मार्गो की सफाई के लिए जो पैसा आया था, उसे सम्बन्धित अधिकारी व स्थानीय संघी मिलकर हजम कर गए। यदि सफाई व्यवस्था व वर्षा के पानी की निकासी की मरम्मत आदि पर उक्त पैसा खर्च होता तो 40 से 50 एमएम की मानसून की पहली वर्षा में ही रेवाडी शहर तालाब बनकर कीचड, गदंगीे से सरोबार नही हुआ होता। यह हालत तो अकेले रेवाडी जिले की नही हुई अपितु यही नजारा प्रदेश के कुल 22 जिलों में से 18 जिलों में सबने देखा व भुगता। मानसून की पहली बरसात ने साबित कर दिया कि भाजपा सरकार के विकास, नागरिक सुविधाओं के आधारभूत ढांचे की मरम्मत व सफाई व सफाई व्यवस्था पर किये जा रहे सभी दावे खोखले, झूठे व जुमले है। दूसरा भाजपा खअ्टर सरकार ईमानदारी, पारदर्शिता के लाख दावे करे, लेकिन जमीनी धरातल की सच्चाई यही है कि प्रदेश में भारी भ्रष्टाचार है और भाजपाई-संघी अधिकारियों से मिलकर सत्ता दुरूपयोग से प्रदेश के खजाने को लूट रहे है। जो पैसा विकास, नागरिक सुविधाओं के आधारभूत ढांचे की मजबूती, सफाई व्यवस्थाओं पर खर्च होना चाहिए, उसका अधिकांश हिस्सा संघीयों व अफसरों की निजी जेबों में जा रहा है। वहीं तीसरी बात यह भी प्रमाणित होती है कि हरियाणा में सभी महत्वपूर्ण पोस्टिंग, ट्रांसफर भारी लेनदेन के बाद होता है और जिले के उच्च अधिकारी अपनी पोस्टिंग व ट्रांसफर के लिए संघी आकाओं को दिये जाने वाले मोटे माल को जमीन पर भारी भ्रष्टाचार करके लूट रहे है और उस लूट का एक हिस्सा नियमित रूप से सत्ताधारी संघीयों व चंडीगढ़ में बैठे प्रशासन के उच्च अफसरों की जेबों में भी डाला जा रहा है।
पहली ही बरसात ने सरकार के दावों की हवा निकाली,सरकार और अधिकारियों की लापरवाही से जलमग्न हुआ रोहतक शहर,भारी बरसात के बीच शहर के विभिन्न इलाकों में पहुंच कर स्तिथि का मुआयना किया,छोटू राम चौक पर साढ़े तीन फीट पानी में लगभग आधा घंटा खड़े होकर वहां मौजूद व्यापारियों से संवाद किया! pic.twitter.com/kPqwCxi4nz
— Bharat Bhushan Batra (@BBBatra) June 30, 2022
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