नई दिल्ली- वैसे तो आजकल रेडीमेड का जमाना है लेकिन अब भी दरजी के सिले हुए कपडे ज्यादा टिकाऊ होते हैं। रेडीमेड के इस ज़माने में देश के नेता भी ढल गए हैं और कई नेता तो पांच साल में पांच पार्टियां तक बदल लेते हैं लेकिन अधिकतर ऐसे नेताओं को कोई फायदा नहीं मिलता। हरियाणा की राजनीति की बात करें तो यहाँ भी बड़ी पार्टियों में टिके रहने वालों को ज्यादा फायदा मिला है। इधर उधर भागने वाले भले ही एक दो बार किसी अन्य पार्टी के सांसद विधायक बन गए हों लेकिन उसके आगे नहीं बढ़ सके।
अशोक तंवर काफी समय तक हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे लेकिन जब पार्टी ने उन्हें पद से हटाया तो वो नाराज हो गए और तबसे कई पार्टियां बदल चुके हैं। उन्हें कहीं कुछ मिलता नहीं दिख रहा है। अब वो आम आदमी पार्टी में हैं लेकिन वहाँ भी शायद ही कुछ खास मिले क्यू कि जैसे टीएमसी का हरियाणा में कोई खास जनाधार नहीं है जिसमे वो पहले थे वैसे ही आम आदमी पार्टी का भी है।
अशोक तंवर के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को 2019 में अध्यक्ष बनाया गया और 2022 में उनकी जगह उदयभान को कुर्सी पर बिठा दिया गया। शैलजा पार्टी संग जुडी रहीं और उनकी तरफ से जरा सी भी कोई आवाज नहीं उठी। अब कांग्रेस हाईकमान ने उनका कद और बढ़ा दिया है और कल उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया।
कुमारी सैलजा का कद बढ़ाये जाने से उनके समर्थक काफी खुश हैं। कुमारी सैलजा के काफी करीबी गौरव धींगड़ा कई वर्षों से उनसे जुड़े हैं और कल जैसे ही कांग्रेस हाईकमान ने सैलजा के कद बढ़ाने की घोषणा की। गौरव फरीदाबाद से तुरंत दिल्ली पहुंचे और उनका मुँह मीठा करवा उन्हें बधाई दी। गौरव के साथ पूर्व पार्षद योगेश धींगड़ा सहित कई लोग मौजूद थे। हरियाणा के तमाम बड़े नेता कुमारी सैलजा को कल से ही बधाई दे रहे हैं।
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