फरीदाबाद- नगर निगम फरीदाबाद में हुए 200 करोड़ रूपये का घोटाला काफी समय से सुर्ख़ियों में है और कल विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम में भी ये घोटाला छाया रहा - राज्य सभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस घोटाले को लेकर सरकार पर सवाल उठाया। इस घोटाले की बात करें तो हाल में विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर निगम के मुख्य अभियंता डीआर भास्कर, ठेकेदार सतवीर सहित इंजीनियरिग व अकाउंट विभाग के सात अधिकारी व कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज किया था। ठेकेदार सतबीर पकड़ा जा चुका है। अन्य अभी फरार हैं और अग्रिम जमानत लगा रहे हैं। आज मुख्य अभियंता डीआर भास्कर उर्फ़ दौलत राम भास्कर की अग्रिम जमानत खारिज हो गई। इसी घोटाले को लेकर शहर के युवा समाजसेवी एवं भ्रष्टाचार विरोधी मंच के वरुण श्योकंद ने हाल में एलान किया था कि मुख्य अभियंता डीआर भास्कर को पकड़ने वाले अधिकारी को पांच लाख रूपये इनाम देंगे।
आज मुख्य अभियंता डीआर भास्कर की जमानत जब खारिज हुई तो वरुण श्योकंद ने कहा कि कोई आम इंसान होता तो पुलिस अब तक उसे पकड़ चुकी होती। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से फरीदाबाद पुलिस ब्लाइंड मर्डर भी फटाफट सुलझा लेती है लेकिन पता इस अधिकारी को क्यू नहीं पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि दौलत राम बड़ा दौलत वाला होगा। ना जानें कितने घोटाले किये होंगे और ना जाने कितने सौ करोड़ रूपये इकट्ठे किये होंगे इसलिए मेरी द्वारा रखे गए पांच लाख रूपये के इनाम को कोई वैल्यू नहीं समझी जा रही है। वो करोड़ों का खेल कर रहा होगा। करोड़ों के सामने कौन पांच लाख?
वरुण श्योकंद ने कहा कि फरीदाबाद के घोटालेबाज अधिकारी ज्यादा समय तक नहीं बच पाएंगे अगर उन्हें किसी बड़े सत्ताधारी का साथ मिला तभी उनका उल्लू सीधा होगा वरना एक न एक दिन वो सलाखों के पीछे होने। तमाम भ्रष्ट बड़े बड़े नेता नहीं बच पाए , कई पूर्व मुख्य्मंत्री नहीं बच पाए और कई कई साल तक जेल में रहे जबकि उनके पास भी अकूत दौलत थी तो ये दौलत राम किस खेत की मूली है।
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