नई दिल्ली- देश के लोग लाउडस्पीकर इसलिए खरीदते हैं ताकि वो किसी कार्यक्रम की आवाज दूर तक पहुंचा सकें। हाल में कुछ हफ़्तों से कई राज्यों में लाउडस्पीकर विवाद चल रहा है। हाल में महाराष्ट्र की एक सांसद इसी विवाद के कारण कई दिनों तक जेल में रहीं। पिछले दो तीन हफ़्तों से लाउडस्पीकर मामले ने तमाम मुद्दों को पीछे छोड़ दिया। यहाँ तक की बिल गेट्स को पछाड़कर दुनिया के पांचवे अमीर बने गौतम अडानी को भी भाव नहीं दिया गया। कई जगहों पर दंगे भी हुए।
यूपी की बात करें तो यहाँ धार्मिक स्थलों से 50 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज कम की गई जबकि हजारों लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों से उतरवा दिए गए। यही कारण है कि लाउडस्पीकर बेंचने वाले दुकानदार कई हफ़्तों से परेशान हैं और उनके पास न के बराबर ग्राहक आ रहे हैं जिस वजह से वो कोई और काम धंधे की तलाश में हैं। चर्चे हैं कि भाजपा शासित कई राज्यों की सरकारें योगी के रास्ते पर चल सकती हैं इसलिए इन राज्यों में भी अब लाउडस्पीकर विक्रेताओं के बुरे दिन आ गए हैं। यहाँ भी कोई नया लाउडस्पीकर नहीं खरीद रहा है।
यूपी की ही बात करें तो यूपी का बुलडोजर पूरे देश में चर्चाओं में है। कई राज्यों की सरकारें यूपी की बुलडोजर नीति को अपना रहीं हैं। यही कारण है कि देश में बुलडोजर की मांग अचानक बढ़ गई है और बुलडोजर विक्रेता चांदी कूट रहे हैं।
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में रहने वाले एक युवक जो शहर के जाने माने समाजसेवी कहे जाते हैं, भारतीय जनता पार्टी से भी कई वर्षों से जुड़े हैं, हर बड़े बड़ा त्यौहार और अपना जन्मदिन उन लोगों के साथ मनाते हैं जिनका दुनिया में कोई नहीं है, साहिल नम्बरदार जो देश भर में सेकेण्ड हैण्ड बुलडोजर खरीदने बेंचने का काम करते हैं। वो आजकल 30 में से 25 दिन यूपी में बिता रहे हैं। बात करने पर उन्होंने बताया कि यूपी में बुलडोजर की मांग ज्यादा है और देश के विभिन्न हिस्सों से वो जो सेकेण्ड हैण्ड बुलडोजर खरीद रहे हैं उसे यूपी में बेंच रहे हैं और दाम भी ठीक-ठाक मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में अगर बुलडोजर किसी बड़ी गाड़ी पर लादकर ले जाओ तो कई तरह की परेशानी भी झेलनी पड़ती है। कभी वहाँ की पुलिस तो कभी और कोई परेशान करता है लेकिन यूपी में ऐसा फिलहाल नहीं है। बुलडोजर जिस गाड़ी पर हम ले जाते हैं उसे कोई नहीं रोकता।
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