फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादियान के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच 48 प्रभारी राकेश कुमार की टीम ने आरोपियों द्वारा बिटकॉइन के माध्यम से 5 लाख की फिरौती मांगने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम संदीप है जो बिहार के वैशाली जिले के पातेपुर गांव का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना एसजीएम नगर में दिनांक 13 मई को फिरौती, धमकी षड्यंत्र इत्यादि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपियों ने सेक्टर 17 के रहने वाले अशोक नाम के व्यापारी से 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत में उसने बताया कि दिनांक 10 मई को उसे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें आरोपियों ने धमकी देते हुए उसमें लिखा था कि वह 24 घंटे के अंदर अंदर 5 लाख रुपए उनके बिटकॉइन अकाउंट में ट्रांसफर कर दे। आरोपियों ने अपना बिटकॉइन एड्रेस ईमेल में दिया हुआ था। उन्होंने धमकी दी कि यदि उन्होंने उन्हें पैसे नहीं मिले तो वह व्यापारी के बेटे को चलती गाड़ी में गोली से उड़ा देंगे और यदि किडनैप कर लिया तो 1 करोड़ रुपए की फिरौती देनी पड़ेगी और इसमें कोई भी गारंटी नहीं है कि उनका बेटा बचेगा या नहीं, इसलिए समझदारी इसी में है कि वह 5 लाख रुपए बिटकॉइन के माध्यम से उनके बिटकॉइन खाते में ट्रांसफर कर दे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी धमकी दी कि यदि इसके बारे में पुलिस को बताया तो उसके बेटे को जान से मार देंगे। आरोपियों ने लिखा कि यदि एक बार वह पैसे दे देंगे तो उसके बाद उन्हें कोई परेशान नहीं करेगा और दोबारा तुमसे पैसे नहीं मांगे जाएंगे और उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी रहेगी अन्यथा उन्हें उनके साथ दुश्मनी निभानी पड़ेगी।
पीड़ित अशोक ने इसकी शिकायत पुलिस थाना एसजीएम नगर में दी जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। क्राइम ब्रांच 48 ने इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए तकनीकी सहायता से मामले में शामिल आरोपी संदीप को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है और बिना मेहनत किए कम समय में अमीर बनना चाहता है। आरोपी वर्ष 2013 से जनवरी 2022 से पैन कार्ड बनवाने का काम करता है और उसकी गाजियाबाद में इसकी दुकान कर रखी थी। आरोपी ने पैन कार्ड बनवाने के लिए अंकित नाम के व्यक्ति द्वारा दी गई दिए गए आधार कार्ड के साथ कंप्यूटर से बदलाव करके आधार कार्ड पर अपना फोटो लगाकर एक नई सिम निकलवा ली और उस फर्जी सिम का उपयोग ईमेल भेजकर फिरौती मांगने में हुआ था। पुलिस जांच में सामने आया कि 1 वर्ष पहले भी आरोपी फिरौती मांगने के मुकदमे में जेल जा चुका है। इस मामले में अभी अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बकाया है जिनके लिए पुलिस द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है तथा मामले में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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