चंडीगढ़, 23 अप्रैल - हिंद की चादर “श्री गुरु तेगबहादुर जी” के 400वें प्रकाश पर्व पर 24 अप्रैल को पानीपत में आयोजित प्रकाश पर्व के लिए भव्य एवं विशाल स्टेज तैयार की है। 22 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल करके लगातार दिन-रात 50 घंटे की मेहनत के बाद 24 कारीगरों ने इसे तैयार किया है। यहीं पर गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश होगा और सुबह से शाम तक शब्द-कीर्तन होगा।
यहां काम कर रहे कारीगर भोला राम ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से विशेषतः फूलों की सजावट के लिए यहां पहुंचे हैं। उनके साथ 24 कारीगरों ने यहां काम किया है। 50 घंटे दिन-रात तक मेहनत करने के बाद स्टेज को सजाया है। इसके लिए 4 क्विंटल गुलाब के फूल, 8 क्विंटल मार्गरेट के फूल, 5 क्विंटल पीले रंग के गेंदे के फूल और 5 क्विंटल नारंगी रंग के गेंदे के फूल का इस्तेमाल किया गया है।
भोलाराम ने बताया कि सजावट के लिए ढ़ाई क्विंटल हरी मेथी का भी इस्तेमाल किया गया है। 50 किलो मैदे की लेई भी बनाई गई थी, जिसे लगाकर फूलों को चिपकाया गया। उन्होंने श्रद्धाभाव से कार्यक्रम के अनुरूप भव्य स्टेज बनाया है।
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