फरीदाबाद- बल्लबगढ़ से सोहना जानें वाली सड़क अब भी उस तरह से नहीं है जिस तरह की सड़कों पर टोल टैक्स वसूला जाता है। इस सड़क पर इतने गड्ढे अब भी हैं कि साल में लगभग आधा दर्जन लोग गड्ढों की वजह से अपनी जान असमय गंवा देते हैं लेकिन शहर से थोड़ी दूर पाखल में टोल टैक्स वसूला जा रहा है। इस सड़क को लेकर कई बार शहर के नेता प्रदर्शन भी कर चुके हैं। सैनिक कालोनी मोड़ से गुरुग्राम जानें वाली सड़क पर भी टोल टैक्स लिया जा रहा है और पाली चौकी से क्रेशर जॉन जाने वाली सड़क जो एक किलोमीटर तक ही है उस पर भी बिना टोल टैक्स दिए नहीं आ जा सकते। बदरपुर बार्डर पर तो टोल टैक्स लिया ही जा रहा है लेकिन बदरपुर बार्डर से लगभग 25 किलोमीटर दूर गदपुरी में भी टोल टैक्स वसूला जाएगा जिसकी रिहर्शल शुरू हो गई है।
हाल में मीडिया में ख़बरें आईं थीं कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अब 60 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ 1 ही टोल प्लाजा होगा। अगर इस दायरे में कोई और टोल प्लाजा हुआ तो उसे हटा लिया जाएगा। लोगों को एक बार ही इस रेंज में टोल देना होगा। यह बात केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले माह यानी मार्च के चौथे हफ्ते में लोकसभा में कही थी। उन्होंने कहा कि, अब नेशनल हाईवे पर टोल प्लाजा की संख्या सीमित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी कई ऐसी शिकायतें मिलती हैं जिसमें 10 किलोमीटर की रेंज में ही दूसरा टोल टैक्स देना पड़ता है, जो गलत है और अवैध है, अब लोगों को 60 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ एक बार ही टोल देना होगा। यानी अब इतने किलोमीटर के दायरे में सिर्फ 1 टोल प्लाजा काम करेगा. बाकी सभी टोल प्लाजा हटाए जाएंगे. यह काम अगले 3 महीने के अंदर किया जाएगा।
नितिन गडकरी की लोकसभा की बात अगर सच है तो गदपुरी तो टैक्स अवैध है। बदरपुर टोल टैक्स से इसकी दूरी तीस किलोमीटर से भी कम है। हाल में पृथला के पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा था कि वो सीएम से बात करेंगे। ये टोल टैक्स सही नहीं है और एक तरह से उन्होंने इस टोल टैक्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उस खबर पर फरीदाबाद के सैकड़ों लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं और 99 फीसदी लोगों ने पूर्व विधायक को सही बताया और कहा कि टेकचंद शर्मा शहर के जनता की आवाज उठा रहे हैं। ये टोल टैक्स नहीं अवैध वसूली है। लोग नितिन गडकरी के उस कथन का भी हवाला दे रहे थे जो उन्होंने मार्च में लोकसभा में कहा था।
अब गदपुरी टोल टैक्स पर वसूली का रिहर्सल शुरू हो गया है। अभी पैसे नहीं लिए जा रहे हैं लेकिन लम्बा जाम लगने लगा है। लोग परेशान हो रहे हैं। अब शहर में कई तरह के चर्चे भी हैं कि इस वसूली के खिलाफ क्या कोई नेता खुलकर मैदान में आएगा या फरीदाबाद की जनता को नेता लुटते हुए देखेंगे और खामोश रहेंगे।
फरीदाबाद में विपक्ष का ना होना या बहुत कमजोर होना फिर फरीदाबाद की जनता पर भारी पड़ने लगा है। शहर में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का कोई लोकसभा स्तर का नेता नहीं है। पलवल के पूर्व विधायक करण सिंह दलाल पर भी भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगने लगे हैं जबकि उन पर भी वही आरोप लग रहे हैं जिन्हे कांग्रेस ने पिछले चुनाव में सबसे पहले लोकसभा का टिकट दिया था फिर उनका टिकट काटकर अवतार भड़ाना को दे दिया है। अवतार भड़ाना की बात करें तो अब शायद ही वो शहर की किसी विधानसभा से विधायक बन सकें। बार-बार दाल बदलकर उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य पर कुल्हाड़ी मार ली। यही नहीं उनके बड़े भैय्या ने भी अपने ऊपर दल बदलू का ठप्पा लगा लिया इसलिए अब फरीदाबाद की जनता को अनंगपुर के भड़ाना भाइयों से कोई उम्मीद नहीं है। जनता की एकमात्र उम्मीद पृथला के पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा हैं। अब वो क्या करते हैं समय बताएगा।
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