फरीदाबाद - मिलावटखोरों ने शायद ही ऐसी कोई चीज छोड़ी हो जिसमे मिलावट न हो और यही सब कारण है कि शहर की अस्पतालों में मेला लगा रहता है। लोग नकली चीजें खाकर बड़ी-बड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। फास्ट फ़ूड में केमिकल तो अन्य खाद्य पदार्थों में भी मिलावट का नतीजा बड़ी-बड़ी बीमारियां हैं। गरीब तो अब भी रूखी सूखी खाकर गुजारा कर ले रहे हैं लेकिन माध्यम वर्ग और उच्च वर्ग के लोग घर के भोजन के बजाय बाहर का भोजन और फ़ास्ट फ़ूड के आदि होते जा रहे हैं और यही वर्ग अस्पतालों में भी जा रहा है। फरीदाबाद पलवल में अधिकतर दुकानों पर पनीर और देशी घी नकली बिक रहा है। सीएम फ़्लाइंग आजकल सख्त है और छापेमारी भी जारी है। कल सीएम फ़्लाइंग ने पलवल में छापेमारी की जहां फेमश कंपनियों के डिब्बों में नकली देसी घी बनाया जा रहा था।
सीएम फ़्लाइंग के डीएसपी राजेश चेची का कहना है कि ये कंपनी शहर के दुकडिया मोहल्ले में चल रही थी। कंपनी में 25 क्विंटल से अधिक डिब्बों में पैक नकली देसी घी व सैकड़ों की संख्या में बड़ी कंपनियों के खाली डिब्बे, पैकिंग की मशीनों सहित अन्य सामान बरामद हुआ। इस छापेमारी में अमूल, पतंजलि, मदर डेयरी, मिल्क फूड, दीप, नटराज व सारथी जैसी कंपनियों के रेपर, खाली प्लास्टिक व कागज के डिब्बे, पैकिंग मशीनें व स्टंप मशीन सहित पामोलिन ऑयल का केंटर मिला। एक्सपायरी डेट बदलने व बैच नंबर लगाने की मशीन भी मौके पर मौजूद थी। नामी कंपनियों के डिब्बों में भरा हुआ 25 क्विंटल 64 किलोग्राम घी भी बरामद किया। फूड सेफ्टी विभाग ने सभी सैंपल जांच के लिए लैब में भेज दिए हैं।
अब जनता की सीएम फ़्लाइंग से मांग है कि जिनके सैम्पल फेल हों उनके नाम सार्वजनिक किये जाएँ। कुछ लोगो की तो ये भी मांग है कि जो दुकानदार नकली सामान बेंचते पकडे जाएँ या जिनके यहाँ का सैम्पल फेल हो उनकी दुकानों के नाम और उनके नाम की होर्डिंग्स आस पास के चौराहों पर लगाईं जाए ताकि आगे से कोई मिलावटखोरी के बारे में सपने में भी न सोंचे।
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