भिवानी, 20 मार्च 2022, केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनो के आह्वान पर होने वाली 28-29 मार्च की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल ऐतिहासिक होगी। देशव्यापी हड़ताल में शामिल होगे मजदूर-कर्मचारी व किसान। हड़ताल की तैयारीयों के लिए सीटू,सर्व कर्मचारी संघ व किसान सभा की ब्लांक स्तरीय सयुक्त बैठक कर्मचारी भवन में सम्पंन हुई। आज की सयुक्त बैठक की अध्यक्षता सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह व किसान सभा नेता रामफल देशवाल ने की। बैठक को सर्व कर्मचारी संघ नेता सुखदर्शन सरोहा, हेमसा नेता राजेश लाम्बा, सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह, जिला सचिव का. अनिल कुमार, किसान सभा सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने सम्बोधित किया।
बैठक में चर्चा करते हुए सीटू, किसान सभा व कर्मचारी नेताओं ने कहा की भाजपा सरकार नवउदारवादी नीतियो को तेज गति से लागू कर रही हैं। भाजपा सरकार की नीतियो के चलते आज महंगाई, बेरोजगारी चरम पर पंहुच गई हैं। 29 श्रम कानूनों को खत्म करके 4 लेबर कोड के माध्यम से मजदूर-कर्मचारीयो को मालिक वर्ग का गुलाम बनाने का षड़यत्र किया जा रहा हैं। भाजपा सरकार देश के मेहनतकश वर्गो द्वारा खड़े किए गए सार्वजनिक क्षेत्र को पंूजिपति घरानों को बेचने पर तुली हुई। मोद्रीकरण पाईपलाईन के माध्यम से बैक, बीमा, रेलवे, कोयला, इस्पात, प्रतिरक्षा, बिजली जैसे तमाम सार्वजनिक क्षेत्र का नीजिकरण कर रही हैं। दूसरी और 44 वे श्रम सम्मेलन की सिफारिसों को लागू नही किया जा रहा हैं। जंहा मंहगाई व बेरोजगारी बढ़ रही हैं मगर मजदूर-कर्मचारीयों की दिहाडीयां व रोजगार खत्म हो रहे हैं। इस बजट में मनरेगा के बजट में कोई बढौतरी नही की गई हैं।
आईसीडीएस जैसी कल्याणकारी योजनाओ ंको एनजीओं के माध्यम से नीजिकरण करने की मुहिम छेड दी गई हैं। 44 वे श्रम सम्मेलन की सिफारिसों के अनुसार ना ही तो परियोजना कर्मीयों व कच्चें कर्मचारीयों को पक्का किया जा रहा हैं और ना ही न्यूनतम वेतन में बढौतरी की जा रही हैं। देश की सभी प्रमुख ट्रेड यूनियने व कर्मचारी संगठन लम्बें समय से न्यूनतम वेतन 24000 रूपयें की मांग कर रहे हैं। एनपीएस के माध्यम से कर्मचारी वर्ग को पैंशन से वंचित किया जा रहा हैं। भाजपा सरकार ने निर्माण मजदूरों के कल्याण के लिए बने श्रम कल्याण समेत कई बोर्डो को मर्ज करके सामाजिक सुरक्षा कोड लागू किया हैं जो मजदूर वर्ग को बोर्ड की सुविधाआंे से वंचित करने की साजिश की जा रही हैं।
भाजपा सरकार की इन जन विरोधी नीतियों व एम.एस.पी की मांग को लेकर सयुक्त किसान मोर्चा भी हड़ताल के सर्मथन में हड़ताल में शामिल होगा। मजदूर-कर्मचारी, किसानों व जनता के अलग-अलग हिस्सों में इन जन विरोधी नीतियों के खिलाफ भारी असंतोष हैं इसलिए ये हड़ताल ऐतिहासिक होगी।
आज की सयुक्त बैठक में भवन निर्माण कामगार यूनियन ब्लांक सचिव धर्मबीर बामला, विजय मिताथल, रामंिसह चांग, ग्रामीण चौकीदार सभा नेता जय सिंह, सतबीर, ग्रामीण सफाई कर्मचारी नेता सुमित मुढ़ाल, मनरेगा नेता उपासना, भट्ठा मजदूर यूनियन नेता भीम सिंह आदि उपस्थित थे।
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