1 मार्च 2022- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से आग्रह किया कि वे राजहट छोडकर ढाई माह से सडकों पर आंदोलन कर रही आंगनवाडी महिलाकर्मियों से वार्ता करके उनकी मांगों का समाधान निकाले। विद्रोही ने आरोप लगाया कि आंगनवाडी महिलाकर्मियों की मांगों व आंदोलन के प्रति भाजपा खट्टर सरकार का रवैया सत्ता अंहकारी व तानाशाहीपूर्ण है। भाजपा सरकार आंदोलनरत महिलाकर्मियों सेे अपनी शर्तो पर बात करके अपनी शर्तो पर सत्ता के डंडे के बल पर आंदोलन को समाप्त करवाने की सोच पर काम कर रही है। किसी भी आंदोलन में उठाई मांगों को सत्ता अंहकार से हल नही किया जा सकता अपितु वार्ता टेबल पर बैठकर लचीला रूख अपनाने से समस्या का हल होता है।
विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जितनी बार आंगनवाडी महिलाकर्मियों से चर्चा की, उसमें हर बार उन्होंने उनकी मांगों पर ध्यान देने की बजाय सत्ता अंहकार में केवल अपनी बाते थोपने का कुप्रयास किया है जिसके चलते आंदोलन खत्म होने की बजाय और बढ़ रहा है। अब प्रदेश की सभी आंगनवाडी महिलाकर्मी 3 मार्च को चंडीगढ़ में कूच का ऐलान कर चुकी है। मुख्यमंत्री खट्टर जी को लचीला रूख अपनाकर 3 मार्च से पहले ही वार्ता के द्वारा आंगनवाडी कर्मियों की मांगों का समाधान निकालना चाहिए। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व हैल्पर के मानदेय की तुलना अन्य राज्यों से करके अपनी पीठ मीडिया में थपथपाते रहते है। मुख्यमंत्री को अन्य राज्यों के मानेदय से तुलना करने की बजाय हरियाणा में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की मांग के अनुसार कितना मानदेय और सुविधाएं बढ़ सकती है, इस पर फोकस करके ढाई माह से चल रहे आंगनवाडी महिलाकर्मियों के आंदोलन का समाधान बिना पूर्वाग्रह के निकालने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
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