नई दिल्ली- किसी जिले में हो या प्रदेश में या देश में अगर विपक्ष कमजोर होता है तो सत्ताधारी एकतरफा चलते हैं और मनमानी करते हैं जिससे जनता का नुक्सान होता है। आम जनता का हाल बेहाल हो जाता है। वर्तमान में देश में विपक्ष नाम की चीज सिर्फ ट्विटर वगैरा पर ही है। कभी-कभी कुछ नेता ट्वीट कर सरकार को घेरने का नकली प्रयास करते हैं जिस कारण देश का बंटाधार होता जा रहा है। अभी तो मात्र 8 दिन में साढ़े पांच रूपये से ज्यादा पेट्रोल के दाम बढे हैं। चुनावों के बाद अभी एक शुरुआत है आगे यही रफ़्तार जारी रही तो देश के करोड़ों लोग खून के आंसू रोयेंगे।
हर किसी को पता था कि चुनावों के कारण दाम बढ़ने से रोके गए हैं और चुनाव जीतने के लिए ठीक पहले दामों में लगभग 5 रूपये की कमी कर दी गई थी। चुनाव ख़त्म हुए नतीजा भाजपा के पक्ष में आया और खेल शुरू हो गया। रसोई गैस के दाम बढे और फिर पेट्रोल डीजल के दाम लगभग रोजाना बढने लगे। अब एक अप्रैल से एक ओर जहां पीएफ खाते और क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स चुकाना होगा, वहीं होम लोन पर मिल रही अतिरिक्त छूट से भी हाथ धोना पड़ेगा। इसके अलावा कई अन्य बदलाव भी हो रहे हैं जो आपकी जेब पर बोझ बढ़ाएंगे। पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से तमाम खाद्य वस्तुओं के दाम अब से ही आसमान की तरफ भागने लगे हैं। अभी जल्द कोई चुनाव नहीं है। हिमाचल और गुजरात में संभवतः साल में अंत में चुनाव होंगे तब तक मंहगाई कहाँ तक पहुँच चुकी होगी कोई पता नहीं। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने बढ़ती मंहगाई को लेकर एक ट्वीट किया है पढ़ें।
प्रधानमंत्री की Daily To-Do List1. पेट्रोल-डीज़ल-गैस का रेट कितना बढ़ाऊँ2. लोगों की ‘खर्चे पे चर्चा’ कैसे रुकवाऊँ3. युवा को रोज़गार के खोखले सपने कैसे दिखाऊं4. आज किस सरकारी कंपनी को बेचूँ5. किसानों को और लाचार कैसे करूँ#RozSubahKiBaat— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 30, 2022
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