चंडीगढ़- राज्यपाल के अभिभाषण पर शुरुआत विधायक नीरज शर्मा ने रामायण के अदंर लिखे शालोक से की जिसमें गोस्वमी तुलसीदास जी ने सुंदर कण्ड में लिखा है
।। बिनय न मानत जलधि जड गए तीनि दिन बीति।।
।। बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति ।।
।। सठ सन बिनय कुटिल सन प्रीती। सहज कृपन सन सुंदर नीती।
विधायक नीरज शर्मा ने कहा की सुशासन में हमे एक चीज याद रखनी चाहिए की भय बिन प्रीत ना हो भाईए और श्याद आज यही कारण है कि प्रदेश के अंदर लाल फीताशाही हावी होती जा रही है। विधायकों और मंत्रीयो की तो छोडो माननीय मुख्यमंत्री जी की जो धोषणाएं है उनमें भी पेच फसंता है। जो धोषणाएं समय पर पूरी होनी चाहिए थी जो लोगो तक कार्य पहुंच जाने चाहिए थे। 2016 तक मुख्यमंत्री धोषणा आज तक पेडिंग है इसके साथ नीरज शर्मा जी द्धारा कहा गया की मुख्यमंत्री महोदय जी आपकी व्यक्तिगत ईमानदारी पर कोई सवाल नहीं उठा रहा मगर आप सबको पता है पिछले 5-7 सालों में फरीदाबाद नगर निगम में कितनी लूट खसोट हुई। कई सौ करोड रूपये का बिना काम के भुगतान हो गया। इसके बावजूद टाइम पर जांच नहीं हो रही है, और जो दुष्ट ध्अधर्मी लोग हैं उनको सजा भी नही हो पा रही है।
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इसके साथ-2 विधायक द्धारा गुड़गांव पुलिस के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया जिसपर कहना था कि गुडगांव पुलिस के भ्रष्टाचार का मामला ले लें। इसके बारे में विपक्ष का विधायक नहीं कह रहा है। अब तो माननीय न्यायलय द्धारा तत्कालीन पुलिस आयुक्त केके राव के खिलाफ बहुत सख्त टिप्पणी की है। पकंज सेतिया डीएसपी इतने दिनो तक फरार रहा भगोडा रहा, जबतक जमानत नहीं हुई, पेश नहीं हुए, कहां छुप कर रहे इतने दिनो तक, क्यो प्रशासन इतने दिनो तक उनको गिरफतार नही कर पाया, और इस चीज की भी जांच होनी चाहिंए मलाईदार पोस्टो पर इनको किस-2 ने बैठाया और मै बार-2 कह रहा हूँ यह माला एसटीएफ से नही सुलझेगा क्योकि पैसा हरियाणा में बरामद हुआ, नोएडा गया, राजस्थान गया गुजरात गया तथा विदेश गया यह मामला सीबीआई को जाना चाहिए यह काले धन का मामला है नोट बंदी के बाद काला धन खत्म हो गया अपूत सुत्रो से खबर आ रही है की यह मामला 234 करोड का है सिर्फ अखबारो में बात आ रही है 40 से 50 करोड रू की जबकि एफआईआर में रू का जिक्र नही है वो 234 करोड कहा गया उसकी कोई जानकारी नही है जबतक यह केस ईडी में ना जाए ओर माननीय सीटिंग जज द्धारा इसकी जांच ना हो यह बहुत बईमानी होगी इसकी जांच ना करवाना।
सरूरपुर इंडस्ट्रियल एरिया को भी नियमित किया जाए............
अध्यक्ष महोदय, पिछले सत्र में एक बिल आया था हरियाणा नगरपालिका क्षेत्रो में अपूर्ण नगरिक सुखसुविधाओ तथा अवसंरचना का प्रबंधन: विशेष उपबन्धद्ध विधेयक 2021 जब आया था मैने उस समय भी सुझाव दिया था कि सरूरपुर इंडस्ट्रीयल एरिया मेरी और पृथला विधानसभा का एरिया है लोगो को काफी परेशानी भी हो रही है एक तो सीटीओ की पालिसी जारी की जांए और दूसरा मैनें उस बिल के समय भी कहा था की खसतौर पर सरूरपुर इंडस्ट्रीयल एरिया और ऐसे अन्य एरिया को भी आप इस बिल में सम्मिलित कर लेंगे तो काफी अच्छा रहेगा और लोगों को परेशानी भी नही होगी।
अमृत योजना का दूसरा चरण...................................
ऐसे ही अमृत योजना जिसका दूसरा फेस आ रहा है और बडा दुख होता है की अधिकतम 40 प्रतिशत प्रगति आई है बाकि तो 40 प्रतिशत से नीचे है कार्य। आप सबको पता है की आज व्हर्लपूल सारन रोड कितने बडे भष्टाचार की भेट चढी जिसपर सरकार ने खुद एफिडेविट दिया की जिसको ठेका दिया गया वह 41.05 करोड रू महंगा था। सरकार जांच करे इस ब्रिज गोपल कंन्सट्रक्शन की क्यो विभाग द्धारा इसको इतना फेवर दिया जाता है इसके एक-2 ठेके की जांच हो सीबीआई से क्योकि जबतक भष्टाचार पर हम अकुंश नही लगाएगे तबतक हम हरियाणा को अपने देश को बिल्कुल भी तराक्कि नही दे पाएंगे।
यूनानी पद्धति पर अस्पताल
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विधायक नीरज ने बताया की आयुष विभाग को मेरी विधानसभा एनआईटी 86 फरीदाबाद अंतर्गत आने वाले बल्लभगढ सोहना रोड पर स्थिति गांव खेडी-गुजरान की लगभग 8 एकंड जमीन हरियाणा सरकार के द्धारा आयुष मंत्रालय को अस्तपाल की स्थापना एवं इसके साथ-साथ 120 बेड का हस्पताल खोलने के लिए दी गई है लेकिन माननीय राज्यपाल महोदय के अभिभाषण में इसकी कई चर्चा नहीं थी। हमारे लोकप्रिय सांसद श्री दीपेन्द्र हुडडा जी द्धारा राज्यसभा में प्रश्न लगाया गया, जिसपर सरकार द्धारा बताया गया की 3423.77 लाख करोड रुपये भारत सरकार द्धारा दिया गया है लेकिन धरातल पर कोई कार्य नही हुआए हमें सोचना होगा इस बात परए अफसरो को ताकीद देनी पडेगी की जब पैसा भारत सरकार से आ रहा है तो धरातल पर काम क्यो नही हो रहा क्या कारण है। हांए हम मुख्यमंत्री महोदयए आपका इसके लिए आभार भी व्यक्त करते हैं कि आप इस अस्पताल के लिए कई बार दिल्ली में केंद्रीय आयुष मंत्री से मिले और कई बार फोन किया और पत्र लिखा।
महंगा से त्रस्त है आम जनता
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माननीय अध्यक्ष महोदय ए आज जैसा आप सभी को पता है कि कोरोना के बाद लोगों की जिंदगी बहुत ही कष्ट दायक हो चुकी है। मध्यम वर्ग का कोई ऐसा घर परिवार नहीं जिसका सोना बैंको में गिरवी न हो। आज हर व्यक्ति जीवन यापन के लिए बहुत कठिनाई महसूस कर रहा है। सरकार कोई ऐसी नीति बनाए कि लोगों के जीवन में खुशहाली आए।
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इसके साथ-साथ विधायक नीरज शर्मा द्धारा माननीय मुख्यमंत्री जी से कहा गया की आप आठ मार्च को बजट पेश कर रहे हैं और बचपन में जब हम लोहड़ी मांगते थे तो प्रायरू दो ही बात होती थी, जिस घर से लोहड़ी मिलती थी, उसके लिए हम कहते थे, कोठे उत्थे बच्चाए ते ऐ घर अच्छा। जहां से नहीं मिलती थी, हम कहते थे, कोठे उत्थे हुक्काए ते ये घर भूक्खा। असी चाने या बजट ऐसा पेश हो कि हर विधानसभा में बराबर पैसा पहुंचे।
मुख्यमंत्री जी आपकी सरकार ने शहरी स्थानीय निकायों में लीजहोल्डर को मालिकाना हक देने काम करके अच्छा काम किया है मगर हम चाहते है कि डोहलीदार, बोंडेदार, बुट्टेदार को भी सरकार जमीन देकर अनुग्रहीत करे।
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माननीय अध्यक्ष महोदय,
हम राज्यपाल अभिभाषण सिर्फ सरकार की आलोचना के लिए नहीं है बल्कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए सोच रखने वाले हैं। हमारी मुख्य विपक्ष के रूप में सरकार को चेताने की जिम्मेदारी है। इसे हम निभा रहे हैं और जन आवाज को इस महान सदन के माध्यम से पहुंचाते रहेंगे।
मुख्यमंत्री जी में एक ही बात कहना चहता हूँ
जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी।
सो नृपृ अवसि नरक अधिकारी।
हम सब जो भी चुन के आए हैं। हमारा सबका फर्ज बनता है इस चोपाई को अपने जीवन पर धारण करे।
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