ढींगड़ा के अनुसार ऐसा पहली बार हो रहा है कि वार्ड बंदी करते समय सरकारी तंत्र ने एक सेक्टर एक कॉलोनी यहां तक कि एक पॉकेट को भी कई कई वार्डों में बांट दिया है उनके अनुसार सामान्य तौर पर वार्ड बंदी की सीमा निर्धारण के लिए क्षेत्र के प्रमुख मार्गों का चयन किया जाता है लेकिन इस बार पहली बार यह देखने को मिल रहा है की सरकारी तंत्र ने वार्ड बंदी में एक मोहल्ले की अलग-अलग गलियों को अलग-अलग वालों में शामिल कर यह प्रयास किया है कि किसी तरह से उनके उम्मीदवार जीत जाए। ढींगड़ा ने कहा कि सत्ताधारी दल लाख प्रयास कर ले लेकिन जनता अब मन बना चुकी है और किसी भी सूरत में बीजेपी नगर निगम में अपने पार्षद नहीं जीता पाएगी
आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में श्री ढींगड़ा ने महामहिम राज्यपाल से भी अनुरोध किया है कि वह इस वार्ड बंदी में की गई नियम कानूनों की अनदेखी पर स्वयं संज्ञान लेते हुए इसको तुरंत प्रभाव से निरस्त कर पारदर्शी तरीके से वार्ड बंदी कराएं पूर्व निगम पार्षद का आरोप है कि सरकार ने नगर निगम क्षेत्र की जनगणना मामले में भी घोर लापरवाही की है उनके अनुसार जितने समय में सरकार फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र की जनगणना कर यहां पर 2600000 से अधिक आबादी का दावा कर रही है उस समय अवधि में यह जनगणना संभव ही नहीं यही नहीं कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के उन निर्देशों का भी उल्लंघन कर रही है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के एक मामले में जातिगत आरक्षण को लेकर व्यवस्था दी थी कि सरकार थ्री लेयर सिस्टम से जनगणना कराई ताकि सही जातिगत आंकड़े सामने आ सके हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता का मानना है कि वर्तमान सरकार जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है लेकिन इस प्रदेश की जनता अब यह सहन नहीं करेगी उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को फरीदाबाद नगर निगम की वार्ड बंदी पूर्ण पारदर्शी तरीके से करानी चाहिए और यदि सरकार ऐसा नहीं करेगी तो स्थानीय लोग आंदोलन पर मजबूर होंगे।
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