फरीदाबाद- एक दिन पहले आई वार्डबंदी के बाद अब नगर निगम चुनावों के संभावित उम्मीदवार फेरबदल वाले वार्ड में अपनी होर्डिंग्स लगाने लगे हैं। होली तक शहर में सैकड़ों नए समाजसेवियों का जन्म हो सकता है और एक-एक बिजली के खम्भे पर कई-कई समाजसेवी टंगे दिख सकते हैं। इनमे से लगभग 93 फीसदी समाजसेवी सिर्फ नाम के होंगे जो भिखारी को एक रूपये भीख भी शायद ही देते हों। कल रात्रि एक पाठक ने एक तस्वीर भेजा जिसमे होर्डिंग्स लगाने की होड़ में पीएम मोदी की तस्वीर से जुडी एक होर्डिग को उलटा कर दिया गया।
निगम चुनावों में कुछ अच्छे लोग भी दिखेंगे जिन्होंने सच में शहर में समाजसेवाओं को अंजाम दिया है। इस बार 45 वार्ड हैं और 500 से ज्यादा लोग पार्षद बनने का सपना देखने लगे हैं और आने वाले समय में ये सभी लोग बिजली के खम्भों पर टंगे दिखेंगे।
इस बार मेयर का चुनाव डायरेक्ट होगा और अब शहर में सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि कौन-कौन मेयर पद के लिए मैदान में उतर सकता है। मेयर का चुनाव विधानसभा चुनाव से बड़ा होगा क्यू कि कई विधानसभा सीटें मेयर के दायरे में होंगी और ये चुनाव मिनी सांसद से कम का चुनाव नहीं होगा। डायरेक्ट चुनाव से चुने गए मेयर का रुतबा ही कुछ अलग होगा। निगम के इतिहास में अब तक शहर के अधिकतर मेयर सिर्फ नाम के मेयर थे। बड़े नेताओं के इशारे पर कठपुतली की तरह नाचते थे। कई बार ऐसा देखा गया कि शहर के प्रथम व्यक्ति यानी महापौर को कुछ बड़े कार्यक्रमों में बैठने तक की जगह नहीं मिलती थी। यही सब कारण है कि ऐतिहासिक उद्योग नगरी चौपट होती गई और गुरुग्राम फरीदाबाद से काफी आगे निकल गया।
अब बात कर रहे हैं मेयर के डायरेक्ट चुनाव की तो अब संभावित उम्मीदवारों की चर्चाएं होने लगीं हैं। सूत्रों द्वारा पता चला है कि ओल्ड फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से मेयर पद के लिए अभी तक एक संभावित प्रत्याशी की चर्चा है जो युवा है। बल्लबगढ़ विधानसभा क्षेत्र से दो नाम चर्चाओं में हैं। एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से भी एक नाम चर्चा में है तो बड़खल विधानसभा क्षेत्र से तीन संभावित उम्मीदवारों के नामों की चर्चाए चलने लगी है। तिगांव विधानसभा क्षेत्र से दो युवाओं के नाम चर्चा में हैं।
कल यानि सोमवार से संभव है कि संभावित मेयर का कोई न कोई उम्मीदवार मीडिया के सामने खुलकर आ जाए। इसके बाद अन्य उम्मीदवार भी खुलकर मैदान में आने लगेंगे। सूत्रों की मानें तो भाजपा के अभी तक दो उम्मीदवारों की चर्चाएं हैं इनमे से एक तिगांव विधानसभा और एक बड़खल विधानसभा क्षेत्र से हैं। कांग्रेस से तीन नाम चर्चाओं में है जिनमे से दो बड़खल और एक एनआईटी से और शहर के एक दो अच्छे समाजवियों का नाम भी चर्चाओं में है जो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के हैं।
आम आदमी पार्टी के दो नाम चर्चाओं में हैं और शहर में भावी मेयर प्रत्याशी का बोर्ड भी दिखने लगा है। पूर्व नगर निगम के एक अधिकारी का बोर्ड शहर के कई विधानसभा क्षेत्रों में लग चुका है। आप के एक और नेता का नाम इस चर्चा में है। इन नेताओं के नाम इसलिए नहीं लिख रहा हूँ क्यू कि जब शहर के लोग ऐसे नेताओं को जानते ही नहीं तो मैं क्यू ऐसे नेताओं का नाम लिखकर लाखों पाठकों तक पहुंचाऊं।
फरीदाबाद में एक चर्चा और भी है वो ये है कि सत्ताधारी भाजपा को सिर्फ कांग्रेस का कोई मेयर उम्मीदवार टक्कर दे सकता है और टक्कर देने वाले दो नामों में एक नाम के साथ फिलहाल कांग्रेस नहीं जुड़ा है। ये नाम काम कांग्रेस का ही कर रहा है और दो बार कांग्रेस से विधायक भी लेकिन फिलहाल कांग्रेस में नहीं? समझदार लोग समझ सकते हैं।
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