फरीदाबाद, 13 मार्च। प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा यहां उत्पादन व गुणवत्ता पर आयोजित विशेष सेमिनार में जहां क्वालिटी एंड प्रोडक्शन सुपरवाईजर्स को क्वालिटी मैनेजमेंट के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया वहीं टोटल प्रोडक्टिव मैंटीनैंस के संबंध में विशेष जानकारी प्रदान की गई।
संगठन के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने बताया कि आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा 100 प्लस व 5 एक्स मिशन के तहत 100 औद्योगिक संस्थानों को 100 करोड़ रूपये की टर्नओवर तथा छोटे उद्योगों की टर्नओवर को तीन वर्षों के भीतर पांच गुणा करने की मुहिम के तहत उन सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है जिनसे उत्पादकता, स्थिरता और सुदृढ़ता को बढ़ावा मिल सकता है।
आपने बताया कि क्वालिटी मैनेजमेंट पर आयोजित इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य भी उद्योगों को शॉप फलोर पर उत्पादकता को बेहतरीन बनाने, लागत को कम करने और गुणवत्ता के शीर्ष स्तर को छूने के लिये प्रबंधन विशेषकर क्वालिटी सुपरवाईजर्स, इंजीनियर्स व प्रोडक्शन से जुड़े टीम को प्रशिक्षण देना था।
सेमिनार में जेएमजे लीन कंसल्टिंग सर्विसेज के श्री एस के बनर्जी ने उद्योगों में टीपीएम की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि लीन, फाइव एस, सिक्स सिग्मा, वन प्वाइंट लैसन, ओईई, सीएपीए ऐसी प्रक्रियाएं हैं जिनसे टोटल प्रोडक्शन मैनेजमेंट को बेहतरीन बनाया जा सकता है।
श्री बनर्जी ने कहा कि उत्पादकता के प्रथम चरण से ही यदि हम इसकी लागत व गुणवत्ता पर ध्यान दें तो परिणाम निश्चित रूप से साकारात्मक रहते हैं। आपने सेमिनार में उपस्थित प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे सेमिनार से सीखी जानकारी को अन्य कर्मचारियों तक भी पहुंचाए ताकि इसके अधिक से अधिक लाभ सामने आएं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्वालिटी व प्रोडक्शन से जुड़े लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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