मुख्य सचिव ने परीक्षाओं के संचालन के दौरान कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधिक्षकों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परीक्षाओं को नकल रहित व पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के लिए जिला उपायुक्त अपने जिलों में उडऩदस्ते का गठन करें। एक बार उपायुक्त स्वयं भी परीक्षा केंद्रों का दौरा करें और केंद्र के आस-पास के क्षेत्र में चेकिंग करें। विशेष तौर पर नजर रखी जाए कि किसी परीक्षा केंद्र के आस-पास किसी संदिग्ध व्यक्ति या वाहन की मूवमेंट न हो। इसके अलावा, संवेदनशील केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
बैठक में जिला उपायुक्तों ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि परीक्षाओं के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से जिला में धारा 144 लागू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिलों में कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं, जो बोर्ड मुख्यालय पर स्थापित कंट्रोल रूम से सीधा संपर्क में रहेगा। इतनी ही नहीं, परीक्षा केन्द्रों के नजदीक फोटोस्टेट व्यवसाय पर भी प्रतिबंध रहेगा। परीक्षा केंद्रों के बाहर पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर पाबंदी रहेगी। इसके अलावा सेंटर के आस-पास फोटोस्टेट की दुकानें भी बंद रहेंगी।बैठक में बताया गया कि परीक्षा केंद्रों में में बिना पहचान-पत्र किसी भी अधिकारी / कर्मचारी का प्रवेश नहीं होगा, इसलिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपना पहचान-पत्र साथ लेकर ही परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित रहना होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की संपूर्ण तैयारी कर ली गई है। इस बार परीक्षाओं को नकल रहित करने पर अधिक जोर दिया गया है। पुलिस सुरक्षा के बीच प्रश्न पत्रों को केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। किसी भी प्रकार की समस्या की सूचना के लिए बोर्ड मुख्यालय पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है।बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव अंशज सिंह और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक चंद्र शेखर खरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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