चंडीगढ़- हरियाणा के एक दो नहीं अधिकतर राशन डिपो पर सुबह से ही लाइन लग जाती है और गरीबों को राशन के लिए कई-कई दिनों तक धक्के खाने के बाद भी जो राशन मिलता है वो खाने लायक नहीं होता। अधिकतर राशन डिपो पर सड़ा हुआ गेंहू मिलता है। बेचारे गरीब मंहगाई के इस दौर में जो भी सड़ा गला मिलता है ले जाते हैं। कुछ तो सड़े गेंहूं को धोकर उसे पिसवा लेते हैं और खाते हैं कुछ उस गेंहूं को सस्ते में बेंच देते हैं और चार पैसे पा जाते हैं। हरियाणा विधानसभा में जेजेपी के विधायक राम कुमार गौतम ने कल यही मुद्दा उठाया और कहा कि गरीबों को राशन डिपो पर मिलने वाला गेंहूं खाने लायक नहीं। अधिकारी और डिपो वाले मिले होते हैं। जांच के नाम पर खानापूर्ति कर जेबें भरी जा रहीं हैं। उन्होंने इस विभाग से सम्बंधित मंत्रियों पर भी सवाल उठाया और कहा मंत्री सदन में जबाब दे दें इतना उनमे पावर नहीं है।
दादा गौतम सदन में खरी-खरी बोलते रहे और सच उगलते रहे। तमाम सत्ताधारी विधायक और मंत्री उनका मुँह देखते रहे। दादा गौतम ने कहा कि प्रदेश दूध, डीजल, चाय पत्ती, मिर्च-मसाला, हल्दी और सरसों का तेल, कोई वस्तु ऐसी नहीं बची, जिसमें मिलावट न की जा रही हो। दूध में मिलावट करने वाले किसी व्यक्ति को सजा मिलते हुए उन्होंने आज तक नहीं देखा है। इन विषयों पर विधायक गौतम सीएम से जबाब चाह रहे थे लेकिन शहरी निकाय मंत्री डाक्टर कमल गुप्ता ने कहा कि हम जो जबाब देते हैं वो सीएम का ही जबाब होता है।
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